नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनका विरोध करने वालों को ‘आंदोलन जीवी’ की संज्ञा दी है. उन्हांेने कुछ आंदोलनकारियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश में जहां भी आंदोलन होता है, वे वहां पहुंच जाते हैं. पीएम ने कहा कि ‘एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) था, है और एमएसपी रहेगा’.
मोदी तीन संशोधित कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन पर सोमवार को लोकसभा मंे अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे. उन्होंने तीनों कृृषि कानूनों का बचाव करते हुए कहा कि हमें सुधारों को मौका देना चाहिए. देखना चाहिए, इससे लाभ होता है या नहीं.
प्रधानमंत्री ने किसानों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की. उन्हांने कहा कि हमें मिल बैठ कर मामले को सुलझाना चाहिए. उन्हांेने मामले के हल के लिए विपक्ष से भी सहयोग मांगा. पीएम मोदी ने कहा कि देश के छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 2014के बाद से कृषि क्षेत्र में बदलावों पर काम कर रहा है. हमने किसानों को सशक्त बनाने के लिए कृषि क्षेत्र में बदलावों की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना को अधिक किसान-हितैषी बनाने के लिए बदलाव किए गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे किसानों के लिए भी काम किया जा रहा है. प्रधानमंत्री संसद में बजट के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एमएसपी था. एमएसपी है. एमएसपी भविष्य में रहेगा.
गरीबों को सस्ता राशन मिलता रहेगा. मंडियों के आधुनिकीकरण का भी प्रयास किया जा रहा है. पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) जैसी अन्य योजनाओं से भी किसानों को मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब सड़क संपर्क में सुधार होता है, तो किसानों की उपज को दूर स्थानों तक पहुंचाने में सहायता मिलती है. किसान रेल चलाया गया है. इससे छोटे किसानों को लाभ पहुंचेगा.