प्रधानमंत्री मोदी 3 नवंबर को ESTIC 2025 का उद्घाटन करेंगें

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 02-11-2025
PM Modi to inaugurate ESTIC 2025 on 3rd Nov, launch ₹1 lakh crore R&D scheme fund
PM Modi to inaugurate ESTIC 2025 on 3rd Nov, launch ₹1 lakh crore R&D scheme fund

 

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी के भारत मंडपम में उभरते विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार सम्मेलन (ईएसटीआईसी) 2025 का उद्घाटन करेंगे।
 
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।
 
देश में अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ₹1 लाख करोड़ के अनुसंधान विकास और नवाचार (आरडीआई) योजना कोष का शुभारंभ करेंगे।
 
इस योजना का उद्देश्य देश में निजी क्षेत्र द्वारा संचालित अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है।
 
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के 31 जुलाई, 2025 के एक बयान के अनुसार, "इस योजना का कुल परिव्यय 6 वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 20,000 करोड़ रुपये वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आवंटित किए गए हैं, जिसका वित्तपोषण भारत की संचित निधि से किया जाएगा। यह दीर्घकालिक कम या शून्य-ब्याज दर वाले ऋण, इक्विटी निवेश और डीप-टेक फंड ऑफ फंड्स में योगदान प्रदान करती है। इस योजना के तहत अनुदान और अल्पकालिक ऋण प्रदान नहीं किए जाते हैं।"
 
ESTIC 2025 का आयोजन 3 से 5 नवंबर, 2025 तक किया जाएगा।
इस सम्मेलन में शिक्षा जगत, अनुसंधान संस्थानों, उद्योग और सरकार के 3,000 से अधिक प्रतिभागियों के साथ-साथ नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रख्यात वैज्ञानिक, नवप्रवर्तक और नीति निर्माता भी शामिल होंगे।
 
 विचार-विमर्श 11 प्रमुख विषयगत क्षेत्रों पर केंद्रित होगा, जिनमें उन्नत सामग्री एवं विनिर्माण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जैव-विनिर्माण, नीली अर्थव्यवस्था, डिजिटल संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अर्धचालक विनिर्माण, उभरती कृषि प्रौद्योगिकियाँ, ऊर्जा, पर्यावरण एवं जलवायु, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रौद्योगिकियाँ, क्वांटम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
 
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, "ESTIC 2025 में अग्रणी वैज्ञानिकों के व्याख्यान, पैनल चर्चाएँ, प्रस्तुतियाँ और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन होंगे, जो भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने के लिए शोधकर्ताओं, उद्योग और युवा नवप्रवर्तकों के बीच सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करेंगे।"