पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के साथ ‘विशेष संबंधों’ को याद किया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 06-02-2022
पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के साथ ‘विशेष संबंधों’ को याद किया
पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के साथ ‘विशेष संबंधों’ को याद किया

 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट ने रविवार को उनके और दिवंगत गायक लता मंगेशकर के बीच साझा किए गए ‘विशेष बंधन’ पर प्रकाश डाला और कहा कि 2013 में अनुभवी गायिका ने कहा था कि उन्होंने उन्हें भारत के प्रधानमंत्री रूप में देखने के लिए प्रार्थना की थी.

घटना की एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए, वेबसाइट ने कहा कि 2013 में, जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्हें लता दीदी और उनके परिवार ने पुणे में एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया था, जिसे उनके दिवंगत पिता दीनानाथ मंगेशकर की स्मृति में बनाया गया था. अस्पताल लता दीदी के बहुत करीब था, क्योंकि इसे उनके दिवंगत पिता की याद में बनाया गया था.

कार्यक्रम के दौरान लता दीदी ने कहा था, ‘मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि हम नरेंद्र भाई को पीएम के रूप में देखें.’

यह बात लता दीदी ने 2014 के चुनाव से काफी पहले कही थी. लता दीदी को पीएम मोदी से बहुत लगाव था. वेबसाइट ने कहा कि वह प्यार से पीएम मोदी को ‘नरेंद्र भाई’ कहकर बुलाती हैं. इसने आगे कहा कि दोनों ने एक ही जन्म का महीना साझा किया.

अनुभवी गायिका, जिनका 92 वर्ष की आयु में कई अंग विफलता के कारण निधन हो गया, हर साल रक्षा बंधन के अवसर पर पीएम मोदी को बधाई देते थे और जब वह 2020 में कोरोना के कारण उन्हें राखी नहीं भेज सकीं, तो उन्होंने दुख व्यक्त किया था.

अपने एक वीडियो संदेश में भारत रत्न गायिका ने कहा था, ‘नरेंद्र भाई, मैं आपको राखी के अवसर पर बधाई देना और प्रणाम कहना चाहूंगी. मैं राखी नहीं भेज सकी और हर कोई इसका कारण जानता है.’ जिस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया था कि ‘उनका हार्दिक संदेश अनंत प्रेरणा और ऊर्जा देता है. आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों. यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है.’

2019 में ‘मन की बात’ के एक एपिसोड में, पीएम मोदी ने लता दीदी के साथ अपनी अमेरिकी यात्रा पर जाने से पहले एक टेलीफोन पर हुई बातचीत को राष्ट्र के साथ साझा किया था. वेबसाइट में कहा गया है कि उन्होंने इस हर्षित बातचीत को ‘यह एक छोटे भाई की तरह अपनी बड़ी बहन से प्यार से बात करने जैसा था.’

भारत रत्न से सम्मानित, लता मंगेशकर के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को याद करते हुए, पीएम मोदी ने याद किया था कि जब भी उन्हें ‘मन की बात’ के उसी एपिसोड में उनसे मिलने का अवसर मिलता था, तो उन्होंने हमेशा उनके साथ गुजराती व्यंजनों का व्यवहार किया था.

उसी बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘शायद ही कोई होगा, जो लता मंगेशकर जी के लिए अत्यधिक सम्मान नहीं दिखाता होगा. वह हममें से अधिकांश से बड़ी हैं और देश में विभिन्न युगों की गवाह रही हैं. हम उन्हें ‘दीदी’ के रूप में संबोधित करते हैं. इस पर लता दीदी ने कहा था, ‘आप (पीएम मोदी) भी नहीं जानते कि आप वास्तव में क्या हैं. मुझे पता है कि आपके आने से भारत की तस्वीर बदल रही है और इससे मुझे बहुत खुशी होती है. यह मुझे बहुत अच्छा महसूस कराता है.’

लता दीदी ने यह भी कहा था कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर पीएम मोदी की मां का आशीर्वाद लिया.

लता दीदी और पीएम मोदी एक-दूसरे को बर्थडे विश करते थे. एक जन्मदिन-संदेश में उन्होंने कहा था कि ‘नमस्कार नरेंद्र भाई. आप को जन्मदिन की बहुत बधाई. ईश्वर आप को हर काम में यश दे ये मंगल कामना. तथास्तु.’ इस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया था, ‘धन्यवाद लता दीदी. मैं कई सालों से आपका आशीर्वाद पाने के लिए भाग्यशाली रहा हूं. वे मुझे बहुत ताकत देते हैं.’ अभिवादन के इस आदान-प्रदान को देखें तो लता दीदी और उनके ‘नरेंद्र भाई’ के बीच आपसी स्नेह और गर्मजोशी को देखा जा सकता है.

पीएम मोदी ने 2021 में उनके 92वें जन्मदिन पर भी उन्हें शुभकामनाएं दी थीं. उन्होंने कहा, ‘आदरणीय लता दीदी को जन्मदिन की बधाई. उनकी सुरीली आवाज दुनिया भर में गूंजती है. वह भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी विनम्रता और जुनून के लिए सम्मानित हैं. व्यक्तिगत रूप से, उनका आशीर्वाद एक है. महान शक्ति का स्रोत. मैं लता दीदी के लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं.’

वेबसाइट ने कहा, ‘यह वास्तव में देश के लिए एक दुखद दिन है कि लता दीदी का निधन हो गया है. लेकिन उनकी आवाज अभी भी पूरे देश में गूंजती रहेगी. इस साल बीटिंग रिट्रीट समारोह में, पीएम मोदी के कहने पर उनका गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’ बजाया गया था. लता दीदी द्वारा गाया गया यह गीत हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना जगाता है.’

मशहूर गायिका और भारत रत्न लता मंगेशकर का रविवार को 92 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में कई हफ्तों तक कोविड-19 और निमोनिया से जूझने के बाद निधन हो गया.

केंद्र सरकार ने आज और कल दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की, जिसके दौरान पूरे भारत में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.