पीएम मोदी ने सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर शोक जताया

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 21-05-2021
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के शुक्रवार को निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सुंदरलाल बहुगुणा को श्रद्धांजलि दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, सुंदरलाल बहुगुणा का निधन हमारे देश के लिए एक चिरस्मरणीय क्षति है. उन्होंने प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के हमारे सदियों पुराने लोकाचार को सामने लाने का काम किया. उनकी सादगी और करुणा की भावना को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति.

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सुंदरलाल बहुगुणा

चिपको आंदोलन का पर्याय रहे प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा का शुक्रवार को 94 वर्ष की आयु में कोविड के कारण निधन हो गया.

उनका एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा था और उन्हें 8 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बहुगुणा की कल रात से हालत गंभीर थी और ऑक्सीजन का स्तर गिर जाने के कारण उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था.

एम्स के निदेशक रविकांत ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने आज दोपहर 12.05 बजे अंतिम सांस ली.

अपने शोक संदेश में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी का निधन हमारे देश के लिए एक बड़ी क्षति है. उन्होंने प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के हमारे सदियों पुराने परंपरा को आगे बढ़ाया. उनकी सादगी और करुणा की भावना को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और कई प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति."

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा, "यह एक बड़ी क्षति है, क्योंकि उन्होंने (बहुगुणा) चिपको को जनता का आंदोलन बनाया."

बहुगुणा एक समर्पित पर्यावरणविद् थे, जिन्हें चिपको आंदोलन की अगुवाई करने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है.

वह पहले चिपको आंदोलन के नेता के रूप में हिमालय में जंगलों के संरक्षण के लिए लड़ रहे थे और बाद में एक दशक बाद टिहरी बांध विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया.

बहुगुणा का जन्म 1927 में उत्तराखंड के टिहरी के पास मरोदा में हुआ था. उन्होंने छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और बाद में 1965 से 1970 तक राज्य की महिलाओं को शराब विरोधी अभियानों में संगठित करना शुरू किया.