पटना अस्पताल हत्याकांड: कोलकाता से पांच गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 20-07-2025
Patna hospital murder case: Five arrested from Kolkata, main accused absconding
Patna hospital murder case: Five arrested from Kolkata, main accused absconding

 

कोलकाता

पटना के एक निजी अस्पताल में कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस और बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कोलकाता के पास न्यू टाउन इलाके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, मुख्य संदिग्ध अब भी फरार है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।

न्यू टाउन में छापेमारी, पांच गिरफ्तार

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, न्यू टाउन स्थित एक आवासीय परिसर में तड़के 5:38 बजे संयुक्त छापेमारी की गई। इस दौरान एक संदिग्ध को परिसर के बाहर से पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर दो फ्लैट्स में छिपे चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनके मोबाइल फोन व कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं।

मुख्य संदिग्ध सफेद वाहन से भागा

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बताया कि मुख्य आरोपी हत्या के बाद एक सफेद वाहन में कोलकाता से फरार हुआ। इस वाहन को बसंती हाईवे, आनंदपुर, कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स और भांगर इलाके से गुजरते हुए देखा गया।
अधिकारियों ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है।

गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या

गौरतलब है कि बृहस्पतिवार सुबह पटना के एक निजी अस्पताल की आईसीयू में पांच हथियारबंद लोग घुसे और चंदन मिश्रा पर गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी।
मिश्रा, जो बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला था, पैरोल पर जेल से बाहर आया था। वह हत्या समेत 24 आपराधिक मामलों में आरोपी था।

सोशल मीडिया पर वायरल सीसीटीवी फुटेज

घटना की कथित सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर सामने आई है, जिसमें पांच हमलावरों को बिना मास्क के अस्पताल की दूसरी मंजिल तक जाते और मिश्रा पर गोलियां चलाते देखा जा सकता है।

अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल

पटना (मध्य) की पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने बताया कि इस मामले में अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर जांच होगी। उन्होंने कहा,"यह जांच की जाएगी कि अपराधी बिना किसी सुरक्षा जांच के आईसीयू तक कैसे पहुंचे। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं।"

फोन कॉल और चैट्स की जांच

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने हमलावरों को छिपाने और उन्हें लाने-ले जाने में मदद की। उनके मोबाइल फोन से की गई कॉल और व्हाट्सऐप चैट्स की जांच की जा रही है। बिहार पुलिस जल्द ही स्थानीय अदालत में पेश कर आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड मांगेगी।