लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के पीछे पाक समर्थित खालिस्तानी आतंकवादीः खुफिया एजेंसियां

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 24-12-2021
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट

 

नई दिल्ली. खुफिया एजेंसियों को लुधियाना कोर्ट विस्फोट की योजना बनाने और उसे लागे करने में पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा समर्थित खालिस्तानी समूह की भागीदारी के संबंध में मजबूत इनपुट मिले हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लाल किले की घटना के बाद, पंजाब में खुफिया एजेंसियां सक्रिय थीं, ताकि खालिस्तानी ताकतों के आंदोलन को पुनर्जीवित करने की कोशिशों पर कड़ी नजर रखी जा सके.

पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स अपने ‘ऑन ग्राउंड वर्कर्स’ को पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के निर्देश दे रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में इस तरह के कई प्रयासों को विफल कर दिया गया.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमें स्थानीय लोगों के बारे में विशिष्ट जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा समर्थित खालिस्तान आंदोलन को पुनर्जीवित करने के लिए गिरोहों को काम पर रखा गया है और कट्टरपंथी बनाया गया है. हमने इन इनपुट को स्थानीय पुलिस के साथ साझा किया और जमानत पर या फरार अपराधियों की सूची तैयार करने के लिए राज्य भर में एक ऑपरेशन चलाया. पिछले कुछ महीनों में की गई बरामदगी एक बड़े जखीरे का छोटा हिस्सा थी.’

उन्होंने कहा कि नवंबर में पठानकोट में सेना छावनी के गेट के पास ग्रेनेड विस्फोट की घटना भी स्थानीय अपराधियों द्वारा अंजाम दी गई एक आतंकी गतिविधि थी.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस साल पंजाब के पास मानव रहित हवाई वाहनों के लगभग 42ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली थी और कई और अप्रमाणित रहे. विस्फोटक और छोटे हथियारों को पाकिस्तान की ओर से ड्रोन का उपयोग करके राज्य में शांति को अस्थिर करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.’

पंजाब पुलिस ने पिछले पांच महीनों में सीमावर्ती कस्बों से सात टिफिन बम और 10से अधिक हथगोले बरामद किए हैं.

इस साल अगस्त में पंजाब पुलिस ने जरनैल सिंह भिंडरांवाले के भतीजे के बेटे गुरमुख सिंह को गिरफ्तार किया था और उसके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया था. जांच में, यह पाया गया कि उसे राज्य चुनावों से पहले आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के अपने चल रहे प्रयासों में पंजाब में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान के आईएसआई और अन्य पाकिस्तान-आधारित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूहों से रसद समर्थन मिल रहा था.