अफगानिस्तान संकटः समस्याओं और तालिबानियों से कैसे निपट रहा है भारत, आज बताएंगे एस जयशंकर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
ओवैसी अफगानिस्तान पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेंगे
ओवैसी अफगानिस्तान पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेंगे

 

अपडेट

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

अफगानिस्तान के मौजूदा हालात, वहां फंसे भारतीयों एवं तालिबान के बढ़ते प्रभाव को लेकर आज दोपहर सवा 11 बजे विदेश मंत्री एस जयशंकर एक सर्वदलीय बैठक लेंगे. इस बैठक में मौजूद तमाम पार्टियों के संसदीय नेताओं को इस बारे में जानकारी दी जाएगी. एस जयशंकर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सर्व दलीय बैठक में अफगानिस्तान के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं.
 
बुधवार को पेंटागन के 31 अगस्त के बाद काबुल एयरपोर्ट का नियंत्रण तालिबानियों को सौंपने की बात कहने से भारत की चिंताएं और बढ़ गई हैं. अभी भी  बड़ी संख्या में भारतीय अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में अफगान नागरिक भी भारत में शरण लेना चाहते हैं. ऐसे में उन्हें भारत लाना बड़ी चुनौती होगी.
 
इसके साथ ही वहां मौजूदा समय में किस तरह के हालात हैं और भारत उससे अब तक कैसे निपटता रहा है ? इन सारी बातों की जानकारी विभिन्न पार्टियों के संसदीय दल के नेताओं को एस जयशंकर देंगे..
 
 

ओवैसी अफगानिस्तान पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेंगे

 

आवाज द वाॅयस / हैदराबाद
 
 
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी नेे बताया कि उन्हें अफगानिस्तान की स्थिति पर विदेश मंत्रालय द्वारा एक ब्रीफिंग के लिए संसद में राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक का निमंत्रण मिला है. ओवैसी ने कहा कि वह इस बैठक में अवश्य भाग लेंगे.
 
इससे पहले सोमवार को ओवैसी ने ट्विटर पर कहा था कि वह बैठक के लिए आमंत्रण की उम्मीद कर रहे हैं.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय को राजनीतिक दलों के नेताओं को फ्लोर पर ब्रीफ करने का निर्देश दिया है.
 
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद पटेल ने उस पोस्ट को साझा करते हुए गुरुवार को होने वाली बैठक की जानकारी दी.उन्होंने कहा, “राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में 26 अगस्त, सुबह 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, नई दिल्ली में जानकारी दी जाएगी. ईमेल के जरिए आमंत्रण भेजे जा रहे हैं. सभी संबंधितों से उपस्थित होने का अनुरोध किया जाता है.
 
पटेल की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘सर मुझे उम्मीद है कि एआईएमआईएम को भी आमंत्रित किया जाएगा.‘‘ यह संदेश ऐसे समय आया है जब भारत सरकार तालिबान के हाथों काबुल के पतन के मद्देनजर युद्धग्रस्त देश से अपने नागरिकों को निकाल रही है.
 
उल्लेखनीय है कि 17 अगस्त को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित अधिकारियों को आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया.
 
इस बीच, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अफगानिस्तान से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है. अफगानिस्तान से आने-जाने के लिए मुख्य चुनौती काबुल हवाई अड्डे की परिचालन स्थिति है.
 
भारत ने रविवार को तीन अलग-अलग उड़ानों से करीब 400 लोगों को वापस लाया है. 87 भारतीयों और दो नेपाली नागरिकों के एक अन्य समूह को दुशांबे से एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान में लाया गया, जिसके एक दिन बाद उन्हें भारतीय वायुसेना के विमान में ताजिकिस्तान की राजधानी ले जाया गया. पिछले कुछ दिनों में अमेरिका और नाटो विमानों द्वारा काबुल से दोहा तक निकाले गए 135 भारतीयों को एक विशेष उड़ान से दिल्ली वापस भेजा गया.
 
बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी में राष्ट्रपति भवन में प्रवेश किया और अफगानिस्तान में महीनों की हिंसा के बाद सरकार पर अपनी जीत की घोषणा कर दी थी.