ओवैसी, अमानतुल्ला, वारिस पठान भी गिरफ्तार हों, सुप्रीम कोर्ट में हिंदू संगठन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 24-01-2022
सुप्रीम कोर्ट
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नई दिल्ली. हरिद्वार में हेट स्पीच और दिल्ली के धार्मिक कार्यक्रमों के मामले में काउंटर अपील दायर की गई है. इस मामले में दो दक्षिणपंथी संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट से उन्हें पक्षकार बनाने की अपील की है. अपनी याचिका में हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने मांग की है कि नफरत फैलाने वाले भाषण के लिए मुस्लिम नेताओं को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी, आप नेता अमानतुल्ला खान और वारिस पठान से अभद्र भाषा का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग की गई है. एक अन्य संगठन, हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने हस्तक्षेप याचिका में कहा कि जब शीर्ष अदालत मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे भाषणों की जांच करने के लिए सहमत हो गई, तो हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने की जांच नहीं होनी चाहिए. स्पीच अगेंस्ट हिंदू की भी जांच होनी चाहिए.

हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने अपने अध्यक्ष और अन्य के माध्यम से याचिका दायर की है. उसने कहा, ‘आवेदक वर्तमान आवेदन के माध्यम से इस न्यायालय से प्रार्थना कर रहा है कि वह एक एसआईटी को हिंदू समुदाय के सदस्यों, उनके देवताओं के खिलाफ किए गए घृणास्पद भाषणों की जांच करने का निर्देश दे.’

संगठन ने अदालत से संवैधानिक भावना के साथ-साथ भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ दिए गए अभद्र भाषा की घटना की जांच का निर्देश देने का आग्रह किया.

मुस्लिम नेताओं के भाषणों से हिंदुओं में डर

याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ नेता और उपदेशक हिंदू धर्म के खिलाफ और भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है, ‘मुस्लिम नेताओं द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषणों ने हिंदू समुदाय में भय और अशांति का माहौल पैदा कर दिया है. इस तरह के बयान हमें मुस्लिम लीग के कामकाज की याद दिलाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश का विभाजन हुआ. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा एक और हस्तक्षेप आवेदन दायर किया गया है.

पत्रकार कुर्बान अली और पटना हाईकोर्ट की पूर्व जज अंजना प्रकाश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी किया था. याचिका में हरिद्वार में धर्म संसद में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. हरिद्वार और दिल्ली में कथित नफरत भरे भाषणों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश देने के लिए सेना के तीन दिग्गजों ने भी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उत्तराखंड पुलिस ने महामंडलेश्वर यति नरसिम्हानंद और हाल ही में हिंदू धर्म अपनाने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी को गिरफ्तार किया है.