क्या मंदिर और क्या मस्जिद, कैराना से लाउडस्पीकर का पलायन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-04-2022
क्या मंदिर और क्या मस्जिद, कैराना से लाउडस्पीकर का पलायन
क्या मंदिर और क्या मस्जिद, कैराना से लाउडस्पीकर का पलायन

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-कैराना 

कैराना से इस बार लोगों के पलायन की नहीं, बल्कि धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर के पलायन की खबरें आ रही हैं. कैराना ही नहीं मुजफ्फरनगर के धार्मिक स्थलों से भी लाउडस्पीकर उतारे गए हैं.

उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त आदेश के बाद लोग नियमों की पालना में स्वयं आगे आ रहे हैं.

देशभर में मस्जिदों से अजान को लेकर जो विवाद शुरू हुआ, उससे गंभीर प्रतियोगिता शुरू हो गई. कई समूहों ने हनुमान चालीसा पाठ का हठ पकड़ लिया.

ऐसे विवादों के बाद, योगी आदित्यनाथ ने आदेष दिया है कि किसी भी धर्म से जुड़े उन सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं, जो नियम और शर्तों को पूरा नहीं करते हैं.

इसके बाद लोगों ने उप्र में स्वेच्छा से शासनादेश का पालन करते हुए उपासना गृहों से लाउडस्पीकर उतारने शुरू कर दिए हैं.

हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को कैराना कोतवाली परिसर में पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों के धार्मिक स्थलों के जिम्मेदार लोगों के साथ में बैठक की और लाउडस्पीकर को लेकर दिशा-निर्देशों से अवगत कराया. इसके बाद शाम के समय कस्बे के मोहल्ला बेगमपुरा चौक बाजार स्थित छिपियोवाली मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों ने स्वेच्छा से लाउडस्पीकर उतारने की पहल की. उन्होंने मस्जिद पर लगे एक लाउडस्पीकर को समय में उतार दिया. यहां दो लाउडस्पीकर लगे हुए थे, जबकि एक लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा कर दिया गया है. हालांकि, इसी बीच सूचना पर पुलिस भी एहतियातन मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मस्जिद कमेटी के फैसले की सराहना की.

मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जुल्फिकार अली उर्फ भुट्टो का कहना है कि उन्होंने गाइडलाइन का पालन करने के लिए यह फैसला लिया है और स्वेच्छा से एक लाउडस्पीकर को उतार दिया है, जबकि दूसरे लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा कर दिया गया है. उधर, मस्जिद से लाउडस्पीकर उतारे जाने के कुछ ही देरी के बाद प्राचीन देवी मंदिर से भी लाउडस्पीकर स्वेच्छा से उतार दिए गए. यहां पंडित विनोद कुमार शर्मा, मोहनलाल आर्य व कमल सिंघल आदि मौजूद रहे. बता दें, जिले में कैराना से लाउडस्पीकर उतारने की पहल हुई है, जिसकी लोग सराहना कर रहे हैं.

खबर है कि मुजफ्फरनगर में करीब 200 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतार दिए गए हैं. वहीं कई धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज कम कराई गई है.