राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि कोरोना की पिछली और ताजा लहर में 70 प्रतिशत संक्रमित मरीज 40 साल से ऊपर के हैं. उन्होंने कहा कि ताजा लहर में पहली लहर के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत है.
#WATCH | In both the waves, 70% of infected patients are above 40 years: ICMR DG Dr. Balram Bhargava pic.twitter.com/tueI459JfQ
— ANI (@ANI) April 19, 2021
डॉ. बलराम भार्गव ने एएनआई को बतायाः
- हमने भारत में (कोरोनावायरस का) एक डबल म्यूटेंट भी पाया है, लेकिन इसकी उच्च संक्रमण क्षमता स्थापित नहीं हुई है.
- हमारी ढिलाई बहुत है. कोरोना का अनुचित व्यवहार और उसके विभिन्न अज्ञात म्युटेशन चिंता का विषय हैं. म्यूटेंशन के यूके, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीकी संस्करण हैं, जिनकी उच्च संक्रमण क्षमता है.
- कोरोना की ताजा लहर में ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की गई है. हमारे पास मौजूद डेटा से पहली लहर और दूसरी लहर के बीच मौत के प्रतिशत में कोई अंतर नहीं है.
Higher requirement of oxygen was found in this wave. There is no difference in the percent of death between the first wave and second wave from the data we have: ICMR DG Dr. Balram Bhargavapic.twitter.com/Kw9CFaCoAQ
— We For News (@WeForNews) April 19, 2021
- यदि आप लक्षणों को देखें, तो इस समय गंभीरता बहुत कम है. इस लहर में, हमने सांस फूलने के अधिक मामले देखे हैं, जबकि आखिरी लहर में सूखी खांसी, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द जैसे लक्षण अधिक थे.
If you see the symptoms, severity is very less this time. In this wave, we have witnessed more cases of breathlessness while in the last wave, symptoms like dry cough, joint pain, headaches were more: ICMR DG Dr. Balram Bhargava pic.twitter.com/Sn6AxBcVbc
— ANI (@ANI) April 19, 2021
- आरटी-पीसआर का टैस्ट ‘स्वर्ण मानक’है, यह दो जींस की जांच करता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलाय के अनुसार कोविड-19 के नए मामलों का 78 प्रतिशत दस राज्यों में है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान उन 10 राज्यों में शामिल हैं, जो एक दिन में रिपोर्ट किए गए नए कोविड-19 मामलों में 78.58 प्रतिशत हैं. 10 की सूची में अन्य राज्य तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ हैं.
दिल्ली में अब रोज 25 हजार से ज्यादा केस मिल रहे हैं. कोरोना टैस्ट में लगभग हर तीसरा आदमी पॉजिटिव पाया जा रहा है. पॉजिटीविटी रेट बढ़कर लगभग 30 प्रतिशत हो गया है.
दिल्ली की हालत मुंबई की तरह बदतर होती जा रही है. कोरोनावायरस थम नहीं रहा है. अस्पताल में बेड, दवाईयों और ऑक्सीजन के लिए मारामारी है, तो श्मशान घाटों पर हृदयविदारक दृश्य देखने को मिल रहे हैं. नए कोरोना केसों की रफ्तार पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त करने पर आमाद लगते हैं. इसलिए एलजी और सीमएम ने फैसला किया है कि दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जाएगा.
उप राज्यपाल अनिल बैजर और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह बैठक की और स्थिति की समीक्षा की. बैठक के दौरान दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का निर्णय किया गया.
केजरीवाल ने प्रेस कान्फ्रेंस में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है.
सीएम ने बताया कि दिल्ली में सोमवार यानि आज की रात्रि दस बजे से लॉकडाउन शुरू होगा और आगामी 26 अप्रेल तक प्रभावी रहेगा. लोग बेवजह घरों से बाहर न निकलें.
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेड की जबरदस्त किल्लत हो गई है और ऑक्सीजन की आपूर्ति में भी कहीं-कहीं कठिनाई आ रही है. इसलिए लॉकडाउन लगाना जरूरी हो गया है.