आपके जाने से मुस्लिम वर्ल्ड को झटका

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 04-04-2021
आपके जाने से मुस्लिम वल्र्ड को झटका
आपके जाने से मुस्लिम वल्र्ड को झटका

 

सेराज अनवर / पटना
 
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव और देश के नामचीन इस्लामी स्कॉलर मौलाना मोहम्मद वली रहमानी के इंतकाल से न सिर्फ मुसलमानों में गम का माहौल है, सियासी गलियारे में भी शोक की लहर है . मौलाना के इंतकाल की खबर फैलते ही शोक जताने वालों का तांता लग गया. 
 
 
जमियतुल उलेमा के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि वो मिल्लत के  हर तबका में मकबूल और हर दिल अजीज थे.ऐसी शख्सियत का जाना बिलाशुबा एक अजीम सानेहा है. तालिब इल्मी के दौरान वो मेरे साथी थे.उनकी योग्यता उसी जमाने से उजागर हो रही थी.मौलाना रहमानी के अचानक इंतेकाल से लाखों-लाख लोग शोकाकुल हैं. 

जमियतुल उलेमा के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने शोक जताते हुए कहा है कि वली रहमानी  समकालीन में हिंदुस्तानी मुसलमानों के मसायल को लेकर काफी गम्भीर और चिंतित रहते थे और इस सिलसिले में विभिन्न फोरम पर सक्रीय थे.तालीमी मैदान में भी उन्होंने बड़े काम किये.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौलाना सैय्यद वली रहमानी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
 
मुख्यमंत्री ने शोक संदेश में कहा कि हजरत मौलाना सैय्यद वली रहमानी के इंतकाल की खबर से दुखी हूं.उनका नाम बिहार और देश के मशहूर आलिम-ए-दीन में शुमार होता था.वे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव एवं खानकाह-ए-रहमानिया,मुंगेर के सज्जादानशीं भी थे.
 
वे रहमानी-30 के संस्थापक थे और बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उन्हें जन्नत में अहम मकाम अता करें और उनके परिवार वालों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की ताकत दें.
 
 
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि  बहुत अफसोसनाक खबर है.जो डर था वही हुआ.उनसे मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को बहुत ताकत मिल रही थी.वो मसलों को हल कर रहे थे,उम्मत का रहबरी कर रहे थे.
 
पद्मश्री प्रो. अख्तरूल वासे ने कहा कि वली रहमानी के अंदर मिल्ली गैरत और इस्लामी  जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था.उन्होंने मिल्ली मुफादात और मजहबी अहकामात पर कभी कोई समझौता नहीं किया.दारूल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नुमानी ने कहा है कि मौलाना वली रहमानी के इंतेकाल ने झंझोड़ कर रख दिया.एक दिन हम और आप भी चले जाएंगे. बाकी रहने वाली जात तो अल्लाह की है.मगर कुछ लोग अपने अच्छे कामों और नेक खासियत की वजह से यादों का एक काफिला छोड़ जाते हैं.
 
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने शोक संदेश में कहा है कि हजरत मौलाना वली रहमानी साहब आज आप दुनिया से भले ही रुख्सत हो गए, लेकिन आपकी तहरीकात, तहरीरें, इल्म और अमल हमेशा जिंदा रहेंगी. आपकी अमूल्य खिदमात का हमारा सूबा हमेशा कर्जदार रहेगा.
 
परवरदिगार से दुआ है आपको जन्नत में आला मकाम मिले और घरवालों और सभी चाहने वालों को सब्र व हिम्मत.नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने शोक संदेश में कहा है कि इमारत- ए- शरीया के अमीर-ए-शरियत मौलाना वली रहमानी साहब के वफात (निधन) की खबर सुनकर मुझे दिली सदमा हुआ है.आप एक मारूफ मजहबी आलिम-ए-दीन थे. खुदा से दुआ है कि आपको मगफिरत फरमा जन्नत में आला मकाम दें.आपके घर वालों और चाहनेवालों को इस रंज और गम को बर्दाश्त करने की हिम्मत दें.
 
दारूल उलूम वक्फ देवबंद के मोहतमिम मौलाना मोहम्मद सूफियान कासमी ने कहा कि वो अमीर ए शरीयत की हैसियत से खास खिदमात अंजाम दे रहे थे और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे थे.उत्तरप्रदेश उर्दू अकादमी के पूर्व चेयरमैन डॉ.नवाज देवबंदी ने कहा कि वली रहमानी ने बहुत सारे लोगों को आला मकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
 
बिहार के राज्यपाल फागू चैहान ने अपने शोक संदेश में कहा है कि रहमानी साहब इस देश के एक मशहूर आलिम ए दीन एवं प्रख्यात इस्लामिक विद्धान थे.जिनके निधन से बिहार सहित पुरे भारत को अपूरणीय क्षति हुई है. बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने मौलाना रहमानी के निधन पर शोक जताया.
 
 बिहार सरकार में उद्योग मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने भी मौलाना रहमानी के इंतकाल पर गहरा दुख प्रकट किया है. बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने मौलाना वली रहमानी के निधन पर अफसोस जाहिर करते हुए कौम और समाज का बड़ा नुकसान बताया है.
 
आगे जमा खान ने कहा है कि मौलाना रहमानी से उम्मत को बहुत फायदा पहुंच रहा था. वह दीन की खिदमत करने के साथ ही कौम के सभी मसलों को हल करते थे. उनके दुनिया से चले जाने से उम्मत को काफी नुकसान हुआ है 
 
हजरत मौलाना सैय्यद वली रहमानी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी शोक जताया है. मांझी ने कहा कि वली रहमानी के निधन से वे दुखी हैं. खुदा वली रहमानी साहब को जन्नतुल फिरदौस में ऊंचा मुकाम दे. इसके अलावा जीतनराम मांझी के बेटे और  लघु जल संसाधन विभाग के मंत्री संतोष मांझी ने भी शोक जताया.
 
अब्दुलबारी सिद्दीकी, कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने शोक जताया है. सिद्दीकी ने कहा कि रहमानी से पारिवारिक संबंध है. उनके निधन से बिहार को बड़ा नुकसान हुआ है. जबकि प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि उनके निधन से राज्य को बड़ी क्षति हुई है. विधान पार्षद एवं कारवान ए उर्दू के संयोजक प्रोफेसर गुलाम गौस ने भी अमीर-ए-शरीयत हजरत मौलाना वली रहमानी के इंतकाल पर दुःख प्रकट किया है.
 
अपने शोक संदेश में लिखा है-हमारे बीच से इस्लामी दुनिया का एक अद्वितीय चिंतक हमसे जुदा हो गया है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती. जमाना उन्हें सदियों याद करेगा.
 
बिहार पर टूटा पड़ा

  1. मौलाना वली रहमानी के निधन से बिहार के मुसलमानों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है.लोग अपने-अपने तरीके से मौलाना वली रहमानी को याद कर रहे हैं.
  2. सलीम परवेज(पूर्व उप-सभापति बिहार विधान परिषद): वली रहमानी बड़े आलिम ए दीन थे.समाज के लिए उनका  योगदान नकाबिल ए फरामोश है. अल्लाह उन्हें जन्नत नसीब करे.
  3. अशफाक रहमान(राष्ट्रीय संयोजक,जनता दल राष्ट्रवादी) :  मौलाना मोहम्मद वली रहमानी का इंतेकाल काफी दुःखद है.उम्र के इस मुकाम पर मजहबी और सामाजिक कार्य नई पीढ़ी को प्रेरित करने वाला है.बिहार एक अजीम शख्सियत से खाली हो गया.
  4. डॉक्टर अहमद अब्दुल हई(बिहार के प्रसिद्ध सर्जन ): वली रहमानी के इंतेकाल से मुल्क व मिल्लत ने एक हमदर्द शख्यिसत खो दिया.रहमानी-30 के जरिया कौम की तालीमी पसमानदगीदूर करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहे.
  5. मौलाना रिजवान अहमद इस्लाही (प्रदेश अध्यक्ष जमाअते इस्लामी): अमीर ए  शरीयत देश और देश और अल्पसंख्यक समुदायों की समस्याओं के प्रति काफी संवेदनशील थे.वो मुसलमानों में एकता और मुस्लिम पर्सनल लॉ संबंधी मुद्दों को गंभीरता से उठाते रहे हैं.
  6. जफर अहमद गनी(सचिव,जेड ए इस्लामिया कॉलेज सिवान): वली रहमानी साहब के निधन से काफी दुःख पहुंचा.वो एक मजहबी पेशवा के साथ शिक्षाविद भी थे.शिक्षा के क्षेत्र में उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं  जायेगा.
  7. सैयद शारिम अली(पूर्व प्रशासक,बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड): मौलाना मोहम्मद वली रहमानी मुसलमानों के बेबाक रहनुमा थे.जो शरई मुद्दों के साथ सियासी सवालों पर कौम को जागरुक करने का काम कर रहे थे. ऐसे वक्त में उनका चला जाना कौम के लिए एक झटका है.
  8. अफजल अब्बास(चेयरमैन,बिहारी शिया वक्फ बोर्ड): वली रहमानी सभी मकतबा फिक्र में मकबूल थे. इस्लामी शिक्षा के विकास और नौजवानों को बेदार करने में उनका कोई सानी नहीं थी.मौलाना बिहार ही नहीं बल्कि कई राज्यों में भी अपने कार्यों से लोकप्रिय थे.
  9. ताबिश पटेल(उपाध्यक्ष,अल्पसंख्यक विभाग बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी): मिल्लत ने एक नायाब रहनुमा खो दिया.उनके इंतकाल की खबर ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया.
  10. मशहुद अहमद कादरी नदवी(प्राचार्य,मदरसा इस्लामिया शम्सुल होदा): वली रहमानी की शख्सियत  जुर्रत,बेबाकी,और हकपरस्ती की मिसाल थी. कौम व मिल्लत के लिए स्तम्भ की हैसियत रखते थे.
  11. मेजर इकबाल हैदर खां(उपाध्यक्ष,जदयू अल्पसंख्यक  प्रकोष्ठ) वली रहमानी के चले जाने से इमारत ए शरिया सुना हो गया.वो इस संस्था के साथ मुल्क और कौम की रौनक थे.उनका योगदान भुलाया नहीं जाएगा.
  12. रेयाज अहमद(राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य,राजद): वली रहमानी साहब का मुल्क व कौम-मिल्लत पर बेशुमार अहसान हैं.मजबूर,बेबस लोगों के वास्ते उम्मीद की किरण थे.
  13. अब्दुल बाकी(महासचिव,जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ): मेरे उपर गम का पहाड़ टूट पड़ा है.वली रहमानी हिंदुस्तान के मुसलमानों के पिलर थे.फिलहाल इसकी पूर्ति सम्भव नहीं है.
  14. प्रोफेसर तौसीफुर रहमान खान(राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ,हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्यूलर ): मौलाना मोहम्मद वली रहमानी साहब देश के जाने माने आलिम थे तथा हमेशा उन्होंने निडर होकर मुसलमानों की रहनुमाई की.
  15. अनवारुल होदा(महासचिव मुस्लिम मजलिस ए  मुशावरत बिहार चैप्टर):  बिहार एक महान सपूत से वंचित हो गया.