संसद का मानसून सत्र आज से शुरू

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 19-07-2021
संसद का मानसून सत्र आज से शुरू
संसद का मानसून सत्र आज से शुरू

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली 
 
संसद का मानसून सत्र कोविड-19 महामारी, किसानों के विरोध, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और टीकाकरण रणनीति जैसे मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव का गवाह बनने के लिए तैयार है. सत्र आज से शुरू होगा.
 
मानसून सत्र 13 अगस्त को समाप्त होगा. लोकसभा की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘17वीं लोकसभा का छठा सत्र 19 जुलाई से शुरू होगा. सरकारी कामकाज की अत्यावश्यकताओं को देखते हुए, सत्र 13 अगस्त को समाप्त होने की संभावना है.‘‘
 
राज्यसभा की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 19 जुलाई को सदन की बैठक बुलाई है और सत्र 13 अगस्त तक चलेगा.असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह संसद का पहला सत्र होगा.
 
पिछले साल, मानसून सत्र सितंबर में शुरू हुआ था. शीतकालीन सत्र कोविड-19 स्थिति के कारण आयोजित नहीं किया गया था.संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार, सत्र की 19 बैठकों के दौरान 29 विधेयकों और 2 वित्तीय मदों सहित 31 सरकारी कामकाज पर विचार किया जाएगा. अध्यादेशों की जगह छह विधेयक लाए जाएंगे.
 
लोकसभा की बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक होगी जब तक कि अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा अन्यथा निर्देशित न किया जाए. निजी सदस्यों के व्यवसाय के लेन-देन के लिए चार दिन आवंटित किए गए हैं, जो दोपहर के भोजन के बाद के सत्र में लिया जाता है.
 
स्पीकर ने बारी-बारी से मंत्रियों द्वारा सवालों के जवाब देने के लिए दिन भी आवंटित किए हैं. रविवार को संसद में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा  कि वह एक उत्पादक सत्र की आशा करते हैं जहां सभी मुद्दों पर चर्चा के साथ रचनात्मक तरीके से चर्चा की जा सके.संसद में हुई सर्वदलीय बैठक में 33 पार्टियों के 40 से ज्यादा नेताओं ने हिस्सा लिया.
 
विपक्ष ने मूल्य वृद्धि, डीजल और पेट्रोल की बढ़ती लागत और कोविड-19 महामारी से निपटने से संबंधित मुद्दों सहित कई मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि उन्होंने सभापति वेंकैया नायडू के सामने सदन में मुद्रास्फीति, गरीबी और कोविड संकट  के मुद्दों पर चर्चा करने का प्रस्ताव रखा, जिन्होंने कहा कि चर्चा के लिए एक अवसर दिया जाएगा.बैठक में वेंकैया नायडू के सामने महंगाई, गरीबी, कोविड संकट जैसे करीब 16-17 मुद्दों को रखा गया.