आठ साल-बेमिसाल: मोदी बोले देश का भरोसा और देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
आठ साल-बेमिसाल: मोदी बोले देश का भरोसा और देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है
आठ साल-बेमिसाल: मोदी बोले देश का भरोसा और देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है

 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सरकार के आठ साल पूरे होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि देश का भरोसा और देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है. प्रधानमंत्री मोदी बच्चों के लिए पीएम केयर्स योजना के तहत लाभों को वर्चुअली जारी करने के बाद बोल रहे थे. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मंत्रिपरिषद के कई अन्य सदस्य और कई मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ रुपये के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देश भर में फैले आतंकवादी संगठन और क्षेत्रीय भेदभाव से देश उस दुष्चक्र से बाहर निकल रहा है, जिसमें वह 2014 से पहले फंसा हुआ था. उन्होंने कहा, "यह भी आप बच्चों के लिए एक उदाहरण है कि कठिन से कठिन दिन भी बीत जाते हैं."
 
स्वच्छ भारत मिशन, जन धन योजना या हर घर जल अभियान जैसी कल्याणकारी नीतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' की भावना से आगे बढ़ रही है.
 
प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले आठ साल गरीबों के कल्याण और सेवा के लिए समर्पित रहे हैं. परिवार के एक सदस्य के रूप में, हमने कठिनाइयों को कम करने और देश के गरीबों के लिए जीवन की सुगमता में सुधार करने की कोशिश की है." 
 
मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाकर सरकार ने गरीबों के अधिकारों को सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा, "अब गरीब से गरीब व्यक्ति को भरोसा है कि उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा और लगातार मिलेगा. इस विश्वास को बढ़ाने के लिए हमारी सरकार अब 100 प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है."
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले आठ वर्षों में जितनी ऊंचाईयां हासिल की हैं, उसकी पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. उन्होंने कहा, "आज दुनिया भर में भारत का गौरव बढ़ा है, वैश्विक मंचों पर हमारे भारत की ताकत बढ़ी है." प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि युवा शक्ति भारत की इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, "बस अपना जीवन अपने सपनों के लिए समर्पित कर दो, वे साकार होने के लिए बाध्य हैं."
 
प्रधानमंत्री ने उन बच्चों के जीवन में आने वाली कठिनाइयों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की जिन्होंने कोरोना के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया. प्रधानमंत्री ने बच्चों से कहा, "हर दिन का संघर्ष, हर दिन की चुनौतियां. आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए यह कार्यक्रम हो रहा है, उनके दर्द को शब्दों में बयां करना मुश्किल है."
 
उन्होंने बच्चों से कहा कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के तौर पर बोल रहे हैं. उन्होंने कहा, "पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है. पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी अत्यंत संवेदनशीलता के साथ आपके साथ है."
 
प्रधानमंत्री ने बताया कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन की जरूरत है तो उसमें भी पीएम केयर्स मदद करेगा. उन्होंने कहा, "अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर महीने 4,000 रुपये की व्यवस्था की गई है. 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 10 लाख रुपये के अलावा, बच्चों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और भावनात्मक परामर्श दिया जाएगा."
 
प्रधानमंत्री ने महामारी के सबसे दर्दनाक प्रभाव का इतनी बहादुरी से सामना करने के लिए बच्चों को सलाम किया और कहा कि माता-पिता के प्यार की भरपाई कोई नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, "मुश्किल की इस घड़ी में मां भारती आप सभी बच्चों के साथ हैं. पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के जरिए देश अपनी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश कर रहा है." प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि निराशा के अंधेरे माहौल में भी अगर हमें खुद पर विश्वास है तो प्रकाश की एक किरण जरूर नजर आती है. प्रधानमंत्री ने बच्चों को सलाह दी कि निराशा को हार में न बदलने दें.
 
प्रधानमंत्री ने उनसे अपने बड़ों और अपने शिक्षकों की बात सुनने को कहा. उन्होंने यह भी कहा कि इस कठिन समय में अच्छी किताबें उनकी विश्वसनीय दोस्त हो सकती हैं. उन्होंने उन्हें रोग मुक्त रहने और शामिल होने और 'खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट' का नेतृत्व करने और योग दिवस में भी भाग लेने के लिए कहा.