आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
प्रसिद्ध इस्लामी मदरसा, दारुल उलूम नदवत उलेमा लखनऊ के वरिष्ठ व्याख्याता मौलाना हाफिज-उर-रहमान नदवी का 15 अक्टूबर, 2021 को नई दिल्ली में निधन हो गया.
वह बिहार राज्य के सहरसा जिले के सुमरी बख्तियारपुर क्षेत्र का रहने वाले थे.
सूत्रों के मुताबिक वह पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे.
मौलाना हाफिज-उर-रहमान नदवी का नई दिल्ली के अल-शिफा अस्पताल में इलाज चल रहा था.
मौलाना दारुल उलूम देवबंद और दारुल उलूम नदवत उलेमा दोनों स्नातक थे, इसलिए उन्होंने कासमी और नदवी दोनों के प्रत्ययों का इस्तेमाल किया.
उन्होंने नदवा में लंबे समय तक अरबी भाषा और साहित्य पढ़ाया.
वह एक ही समय में कई भाषाओं में पारंगत थे. वह उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, अरबी, फारसी और फ्रेंच में धाराप्रवाह थे.
मौलाना नदवी एक बहुत ही प्रतिष्ठित, गुणी और निस्वार्थ व्यक्तित्व थे और उन्हें नदवा के लोकप्रिय और प्रिय शिक्षकों में से एक माना जाता था.
मौलाना की मृत्यु से उनके छात्रों और रिश्तेदारों और विद्वानों और साहित्य जगत में शोक और शोक की लहर दौड़ गई है.