कोलकाता. नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित ‘हमाला’ मामले ने तूल पकड़ लिया है. टीएमसी जहां इसे भुनाने में लगी है, वहीं भाजपा इसे ड्रामा बता रही है. इस बीच चुनाव आयोग (ईसी) ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और राज्य के विशेष पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दुबे से घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है. इस मामले में देर रात तक सियासी ड्रामेबाजी चलती रही.
ममता को पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान चोट लगी. पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस बीच, पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक पी. निरजनारायण ने मुख्यमंत्री की चोट पर पूर्वी मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट भी मांगी. यह भी देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा चूक थी.
ममता ने कहा, ‘‘मैं अपनी कार के बाहर दरवाजा खोलकर खड़ी थी. मैं प्रार्थना करने के लिए एक स्थानीय मंदिर में जाने वाली थी। कुछ लोगों ने अचानक आकर कार के दरवाजे को धक्का दिया, जिससे मेरे पैर में चोट आई.‘‘वहीं, बैरकपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता झूठ बोल रही हैं.
उनका ड्रामा ध्यान आकर्षित करने और जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए लक्षित था.सिंह ने कहा, ‘‘वह हर बार जनता की सहानुभूति पाने के लिए ऐसा करती हैं। यह कुछ और नहीं, बल्कि उसका नाटक है.‘‘