महाराष्ट्र का महाभारतः शिंदे गुट के अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी-स्पीकर ने किया खारिज, 16 बागियों को नोटिस

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] • 1 Years ago
महाराष्ट्र में घमासान
महाराष्ट्र में घमासान

 

आवाज- द वॉयस ब्यूरो/ एजेंसी

महाराष्ट्र में सियासी महाभारत उफान पर है. एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में टिके हैं इधर, मुंबई में उद्धव ठाकरे ने भी सारे पत्ते खोल दिए हैं.

महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने शिंदे खेमे के 16बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है. फिलहाल ये बागी में गुवाहाटी में मौजूद हैं. इसके साथ ही इन 16 विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी किया गया है और इन विधायकों को 27 जून यानी सोमवार तक अपना लिखित जवाब दाखिल करना है.

इधर, शिवसेना के बागी विधायकों में शामिल दीपक केसरकर ने कहा है कि वह अभी भी शिवसेना में हैं. यहगलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि हमने पार्टी छोड़ दी है. हमने अभी अपने गुट को अलग किया है. हमारे पास उस रास्ते पर चलने के लिए दो-तिहाई बहुमत है.

केसरकर ने दावा किया है कि उद्धव गुट के पास 16-17से ज्यादा विधायक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी अन्य दल के साथ विलय की कोई जरूरत नहीं है.हम किसी अन्य पार्टी के साथ विलय नहीं कर रहे हैं                        

केसरकर ने कहा कि अगर हमारे गुट को मान्यता नहीं दी गई तो हम अदालत जाएंगे और अपना अस्तित्व और संख्या साबित करेंगे. केसरकर ने साथ में यह भी कहा कि हम सीएम उद्धव ठाकरे का सम्मान करते हैं, हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे. हमें उस रास्ते पर चलना चाहिए जिस पर हमने विधानसभा चुनाव लड़ा था.

उन्होंने कहा कि कोई पार्टी हमारे खर्च (होटल के आवास का) का भुगतान नहीं कर रही है. सबके पीछे बीजेपी नहीं है.

इधर, शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा का पालन करेगी और संयुक्त महाराष्ट्र की विचारधारा से समझौता नहीं करेगी.

राउत ने कहा कि पार्टी से गद्दारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास बागियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है. हम उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे जिन्होंने अपनी आत्मकेंद्रित राजनीति के लिए बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल किया है.

राउते के मुताबिक, सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जिन नेताओं ने शिवसेना छोड़ दी है, वे शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट नहीं मांगें. अपने पिता के नाम पर वोट मांगो. महाविकास अघाड़ी एकजुट है.