आवाज द वॉयस / मुंबई
महाराष्ट्र में शिवसेना की उद्धव ठाकरे सरकार को बड़ा झटका लगा है. उद्धव के महा विकास अघाड़ी सरकार में शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 11 विधायक सरकार की पहुंच के बाहर चले गए हैं. कहा जा रहा है कि उन्हांेने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
इस बीच शिवसेना प्रवक्ता और सांसद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि शिवसेना का कोई नेता खुद को नहीं बेच सकता. संजय रावत ने कहा कि कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे फिलहाल हमारी पहुंच में नहीं हैं. महा कास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को उखाड़ फेंकने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन भाजपा को याद रखना चाहिए कि यह महाराष्ट्र, राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है.
जब एमवीए की सरकार बनी थी तब भी भाजपा ने ऐसा ही प्रयास किया था, लेकिन प्रयोग असफल रहा. अब फिर से वही प्रयास किया जा रहा है.शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय रावत ने मीडिया से कहा कि वह एकनाथ शिंदे पर तब तक टिप्पणी नहीं करेंगे, जब तक िक वह उनसे बात नहीं कर लेते.
हालांकि, वह अभी भी शिवसेना का हिस्सा हैं. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में किसी राजनीतिक उथल-पुथल से इनकार किया है. उन्होंने कहा, कोई राजनीतिक उथल-पुथल नहीं है. शिवसेना के पास कभी ऐसा नेता नहीं होगा जो खुद को बेच दे. उन्हांेने कहा, मुंबई पर कब्जा करने की साजिश चल रही है. हालांकि राजस्थान और मध्य प्रदेश का पैटर्न महाराष्ट्र में नहीं दोहराया जा सकता.
यह घटना महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों के एक दिन बाद सामने आई है, जिसमें भाजपा ने सत्तारूढ़ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की 5वीं सीट जीत ली. पता चला है कि शिंदे और अन्य विधायक सूरत के एक फाइव स्टार होटल में ठहरे हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, सभी विधायकों ने सोमवार शाम सात बजे चार्टर्ड फ्लाइट से सूरत के लिए उड़ान भरी . महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के ठाणे में आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, वहीं एमएलसी चुनाव में संदिग्ध क्रॉस वोटिंग के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज शिवसेना के सभी विधायकों की आपात बैठक बुलाई है.
विधानसभा के सभी सदस्यों को बैठक में भाग लेने को कहा गया है. एमएलसी चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रकांत होंडुरा हार गए थे.