महाराष्ट्र सरकार ने अदार पूनावाला को दिया सुरक्षा का आश्वासन

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 03-05-2021
अदार पूनावाला
अदार पूनावाला

 

मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है, जिन्हें पिछले कुछ दिनों में गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है. शिवसेना के गृह राज्य मंत्री शंभुराज देसाई ने एक गंभीर टिप्पणी करते हुए, पुणे स्थित वैक्सीन मालिक को पूरी सुरक्षा का वादा करते हुए उनसे लिखित में एक पुलिस शिकायत दर्ज करने को कहा और राज्य सरकार मामले में सख्त कार्रवाई करेगी.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आवास मंत्री डॉ जितेंद्र अव्हाद ने मांग की कि लंदन के एक अखबार को पूनावाला के साक्षात्कार के पीछे देश और सभी नागरिक सच्चाई जानना चाहेंगे.

अवहद ने आग्रह किया कि वह कहते हैं कि अगर वह सच बोलता है, तो उसे मार दिया जाएगा. देश को सच्चाई बताएं.

धमकी के बारे में एसआईआई के सीईओ को चिंता न करने के लिए कहते हुए, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचने नहीं देगी.

पटोले ने कहा, उन्हें केवल वैक्सीन निर्माण पर ध्यान देना चाहिए. हम उनकी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे. देश को उनकी सेवाओं की आवश्यकता है.

शिवसेना के वरिष्ठ श्रमिक नेता डॉ रघुनाथ कुचिक, जिन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है, उन्होंने कहा कि दुनिया भर के टीकों की भारी मांग को देखते हुए एसआईआई की दिक्कतें दिख रही हैं.

एसआई इम्प्लॉइज यूनियन के सलाहकार डॉ कुचिक ने आईएएनएस ले कहा, उन्हें पहले से ही वाई-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है. पूनावाला अच्छे व्यक्ति हैं और अपने सभी कर्मचारियों का भी अच्छे से ख्याल रखते हैं.

उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने स्पष्ट रूप से कुछ टेलीविजन समाचार चैनलों की खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया कि शिवसेना के गुंडों ने पूनावाला को टीके लगाने की धमकी दी थी.

देसाई ने एक अन्य पार्टी अध्यक्ष के वीडियो को शिवसेना से जोड़ने और पार्टी को जानबूझकर बदनाम करने के टीवी चौनल के कदम को राजनीतिक पूर्वाग्रह करार दिया, जो सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का एक हिस्सा है.

40 वर्षीय पूनावाला ने कुछ दिन पहले लंदन के एक अखबार को बताया कि उन्हें कुछ मुख्यमंत्रियों और कॉरपोरेट नेताओं से लगातार धमकी मिल रही थी.