मध्य प्रदेशः कांग्रेस को मुसलमानों से राज्यसभा में परहेज क्यों ?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
मध्य प्रदेशः कांग्रेस को मुसलमानों से राज्यसभा में परहेज क्यों ?
मध्य प्रदेशः कांग्रेस को मुसलमानों से राज्यसभा में परहेज क्यों ?

 

गुलाम कादिर /भोपाल
 
देश में जब भी चुनाव होता है, राजनीतिक दल मुसलमानों का वोट हासिल करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं, लेकिन कोई भी राजनीतिक दल मुस्लिम नेतृत्व को बढ़ावा देने को तैयार नहीं. सभी संसदों और प्रांतीय विधानसभाओं में मुस्लिम प्रतिनिधित्व में तेज गिरावट से मुस्लिम बुद्धिजीवियों की चिंता बढ़ा दी है. यही नहीं इस बार के राज्यसभा के चुनाव में अधिकांश पार्टियों ने मुसलमानांे से दूरी बना रखी है.

मध्य प्रदेश विधानसभा में 80 के दशक तक जिस कांग्रेस पार्टी के 14 मुस्लिम विधायक हुआ करते थे, वह अब मध्य प्रदेश में चार मुसलमानों को टिकट देने पर भी विचार नहीं कर रही है. न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे मध्य भारत से कांग्रेस ने पिछले 26 वर्षों में राज्यसभा में कोई मुस्लिम प्रतिनिधि नहीं दिया है.गुलाम नबी आजाद कश्मीर से हैं.
 
यद्यपि मुसलमान अभी भी भाजपा से परहेज करते हैं, पर इसने मुसलमानों को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व  दिया है. मध्य प्रदेश में इस बार राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने हैं, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही मुस्लिम नेतृत्व पर विचार करने को तैयार नहीं.
 
जाने माने पत्रकार जफर आलम का कहना है कि 90 के दशक से देश की राजनीति में जो बदलाव आया है, उसके लिए खुद मुसलमान और राजनीतिक दल दोनों जिम्मेदार हैं. इसने मुस्लिम नेतृत्व को हाशिए पर डाल दिया है. देश में नफरत की राजनीति के मौजूदा माहौल में मुसलमान ईंधन हैं. सभी दल वोट चाहते हैं, लेकिन मुस्लिम नेतृत्व किसी को मंजूर नहीं.
 
मध्य प्रदेश में भाजपा हार्ड हिंदुत्व की राह पर है, जबकि कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पकड़े हुए है. कहा जाता है कि कांग्रेस मुसलमानों के प्रति सहानुभूति रखती है, लेकिन पिछले 26 वर्षों में कांग्रेस ने राज्यसभा में पूरे मध्य भारत से एक भी सांसद का प्रतिनिधित्व नहीं किया. एमजे अकबर और नजमा हेपतुल्ला के रूप में, दोनों ने राज्यसभा में प्रतिनिधित्व किया गया है.
 
उधर, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि मुसलमानों के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार है. कांग्रेस ने मुसलमानों को सिर्फ वोट देने के लिए इस्तेमाल किया है. भाजपा धर्म की राजनीति नहीं करती. पार्टी हर उस व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करती है जो देश के विकास के लिए काम करता है.
 
 
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय यादव का कहना है कि कांग्रेस ने देश में मुसलमानों को जो नेतृत्व दिया है, उसकी मिसाल कोई और पार्टी पेश नहीं कर सकती. मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार में क्या हो रहा है, ये किसी से छुपा नहीं है.