राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान में प्रदेश के अस्पतालों में कोरोना मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति के मोर्चे पर अब युद्धक विमानों को तैनात कर दिया है. वायुसेना का पहला विमान इंदौर से उड़ान भरेगा.
सी-17 ग्लोबमास्टर विशाल मालवाहकर विमान है, जो भारतीय वायुसेना की रीढ़ बन चुका है. जंगी सामान के परिवहन में इसका कोई सानी नहीं है. बहुत कम समय में यह सैनिकों और भारी सामान को इधर से उधर ले जा सकता है.
यह विमान एकसाथ 188 सैनिकों को ले जा सकता है. ये टैंक से लेकर मिसाइल हर छोटा बड़ा हथियार और सैनिकों को लेकर उड़ान भर सकता है. खासतौर से पहाड़ो में ये विमान छोटी सी हवाई पट्टी पर भी उतर सकता है.
चौहान सरकार ने इसे अब ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल किया है.
Madhya Pradesh: Indian Air Force's C-17 Globemaster aircraft is airlifting three empty oxygen tankers from Indore for refilling in Jamnagar, Gujarat. #COVID19 pic.twitter.com/vDqkCOwYTy
— ANI (@ANI) April 25, 2021
एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार भारतीय वायु सेना का ग्लोबमास्टर विमान गुजरात के जामनगर में रिफिलिंग के लिए इंदौर से तीन खाली ऑक्सीजन टैंकरों को ले जा रहा है.
चित्रों से स्पष्ट है कि यह बहुत सावधानी भरा ऑपरेशन है. ग्लोबमास्टर में विशाल ऑक्सीजन टैंकर को चढ़ते हुए देखना रोमांचकारी है और कोरोना महामारी में भारतीय वायुसेना की इच्छाशक्ति को भी दर्शाता है.
मप्र में कोरोना की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है. ऑक्सीजन के अभाव में कई मौतें होने की सूचना है.
राज्य सरकार विभिन्न स्रोतों से ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त बनाने के प्रयास कर रही है.
ग्लोबमास्टर द्वारा टैंकर की एयरलिफ्टिंग से उम्मीद बनी है कि अब ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होगी. इससे परिवहन का समय काफी कम हो जाएगा.
अचानक उत्पन्न हुई स्थिति से देश तैयार नहीं था कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो जाएगी. अब ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं.
अडानी समूह ने सऊदी अरब से चार क्रायोजेनिक टैंकरों में 80 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन मंगाई है.
पीएम मोदी ने पीएम केयर फंड से देश के हर जिले के बड़े सरकारी अस्पताल में एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की परियोजना को भी मंजूरी दे दी है.