आवाज द वाॅयस /मुंबई
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे लाउडस्पीकर विवाद को सुलझाने के लिए राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाग नहीं लेंगे. सोमवार को मनसे नेता संदीप देशपांडे ने यह जानकारी दी.
महाराष्ट्र सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में मनसे नेता संदीप देशपांडे, बाला नंदगांवकर और नितिन सरदेसाई शामिल होंगे. गृह मंत्री दिलीप वालसे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बैठक में
लाउडस्पीकरों को लेकर चल रहे विवाद के बीच राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा होने की उम्मीद है.
राज्य में चल रहे लाउडस्पीकर विवाद के मद्देनजर, ठाकरे ने कहा है कि देश के मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि ‘धर्म कानून और देश से ऊपर नहीं है‘, जबकि उन्हें मस्जिदों से
लाउडस्पीकर हटाने के लिए भी कहा था.
ठाकरे ने कहा,‘‘हम महाराष्ट्र में दंगे नहीं चाहते. किसी ने भी नमाज अदा करने का विरोध नहीं किया. हम चाहते हैं कि जो लाउडस्पीकर पूरे देश में मस्जिदों में लगाए जाते हैं वह अवैध हैं. अगर आप अजान लाउडस्पीकर पर करते हैं, तो हम इसके लिए लाउडस्पीकर का भी इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि 3मई के बाद, मैं देखूंगा कि क्या करना है. ‘‘
उनकी तीखी टिप्पणियों के बीच, महाराष्ट्र के गृह विभाग ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर अदालत के पहले के आदेशों को लागू करने का फैसला किया है. राज्य सरकार अब धार्मिक स्थलों के लिए लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति लेना अनिवार्य कर देगी.
यह विवाद तब शुरू हुआ जब मनसे प्रमुख ने राज्य सरकार से 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए कहकर विवाद खड़ा कर दिया और चेतावनी दी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई, तो उनकी पार्टी के सदस्य ‘‘हनुमान चालीसा‘‘ बजाने के लिए लाउडस्पीकर लगाएंगे.