एक इंसान को मारना पूरी इंसानियत को मारने जैसाः मुफ्ती अतहर शम्सी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-10-2021
सुपिन्दर कौर - मुफ्ती अतहर शम्सी
सुपिन्दर कौर - मुफ्ती अतहर शम्सी

 

आवाज-द वॉयस / मुजफ्फरनगर

कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के एक स्कूल में दिनदहाड़े दिन दहाड़े एक हिंदू प्रधानाध्यापक सुपिन्दर कौर तथा एक शिक्षिक की गोली मारकर हत्या करने की घटना की पूरे देश में कड़ी निंदा की जा रही है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक प्रसिद्ध धार्मिक और कुरानिक अकादमी किराना के प्रमुख मुफ्ती अतहर शम्सी ने त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है.

आवाज-द वॉयस से बात करते हुए, मुफ्ती अतहर शम्सी ने कहा कि कुरान के अनुसार, एक इंसान को मारना पूरी मानवता को मारने जैसा है.

उन्होंने कहा कि हत्या की निंदा करने के लिए बहुत कम है. हालांकि, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए केवल निंदा ही पर्याप्त नहीं थी. आखिर क्या कारण है कि मानवता के सम्मान के मूल्य हमारे समाज से दूर हो गए हैं? हमारे विचार में, मूल्य समाज में जो सम्मान और मानवता गिर रही है, वह वास्तव में हमारी शिक्षा प्रणाली में गिरते सामाजिक मूल्यों के प्रतीक हैं.

मुफ्ती अतहर शम्सी ने यह भी कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली इतनी व्यावसायिक और कॉर्पोरेट हो गई है कि इसमें बुनियादी मानवीय मूल्यों को भी कुचल दिया गया है. ऐसी शुद्ध व्यावसायिक शिक्षा प्रणाली में कुछ लोग धर्म के नाम पर या शांति को नष्ट कर रहे हैं. इसलिए हमें अपनी शिक्षा प्रणाली की समीक्षा करनी चाहिए और इसे मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली बनाना चाहिए. ताकि हमारे युवा भटक न जाएं.