दादा कायम खां की याद में 14 जून को कायमखानी युवक करते हैं रक्तदान

Story by  अशफाक कायमखानी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
इमदाद अली
इमदाद अली

 

अशफाक कायमखानी / जयपुर

फौज में अधिकांश मेडल पाने और प्रत्येक युद्ध में देश की रक्षा करते हुये शहादत देने का इतिहास रचने के साथ राजस्थान के मुस्लिम समुदाय की वीर बिरादरी ‘कायमखानी’ हर साल की 14 जून को अपने दादा कायम खां को याद करते हुये कायम खां दिवस मनाती आ रही है. इस साल कायमखानी बिरादरी 14 जून को कायम खां दिवस के अवसर पर प्रदेश भर मे बड़ी तादाद मे जगह-जगह रक्तदान शिविर आयोजित करके एक तरह से विश्व रकदान दिवस की सार्थकता भी सिद्ध कर रही है.

कोराना काल मे कायमखानी यूथ ब्रिग्रेड के नौजवानों ने प्रदेश भर मे अन्य खिदमात अंजाम देने के साथ साथ जरुरतमंद मरीजों को प्लाज्मा दान करके जीवन बचाने की कोशिश का एक रिकॉर्ड कायम किया है. कोराना काल के पहले भी कायमखानी यूथ ब्रिगेड के सदस्य गण बीना किसी जाति-मजहब का भेद किये जरुरतमंदो को रक्तदान करने मे हमेशा आगे आगे रहते आये है, जिसकी सहरायना हर स्तर पर हरदम होती रहती है.

प्रदेश भर में कायमखानी यूथ ब्रिगेड के हजारों युवा हरदम रक्तदान करने को तैयार रहते है. इसी कड़ी ने सीकर जिले के भींचरी गांवं के इमदाद अली ने पहली दफा नर्सिंग स्टूडेंट रहते एक रकदान शिविर मे रक्तदान करके शुरुआत की थी. जो अब विभिन्न जरूरतमंदों को एक दर्जन से अधिक दफा रक्तदान कर चुके हैं. रक्तदान के अलावा इमदाद प्लाज्मा भी डोनेट कर चुके है.

इमदाद अली का कहना है कि उन्हें रक्तदान करके काफी खुशी होती है कि उसका खून किसी के काम आ रहा है. फोन व अन्य साधनों से जब उन्हें रक्त जरुरत वाले मरीज या रक्तदान शिविर का पता चलता है, तो वे रक्तदान करने पहुंच जाते हैं. इमदाद चाहते हैं कि प्रत्येक युवा को रक्तदान करते रहना चाहिए. वे 14-जून को विश्व रक्तदान दिवस पर भी रक्तदान करके रक्तदान करने के लिये युवाओं को प्रेरित करने की कोशिश करंेगे.

इस तरह 14 जून को कायम खां दिवस और विश्व रक्तदान दिवस पर राजस्थान की कायमखानी बिरादरी प्रदेश भर में बने अपने छात्रावासों व जगह-जगह ब्लड डोनेशन कैम्प में हजारों यूनिट रक्तदान करके विश्व रक्तदान दिवश की सार्थकता सिद्ध करने जा रहे हैं.