श्रीनगर. भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुमवाली गांव से एक गर्भवती महिला की आपातकालीन में मदद की और उसे निकालकर चिकित्सा सुविधाएं उलब्ध करवाईं, क्योंकि उसका अस्पताल तक पहुंचना दूभर हो गया था.
सेना के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 30 वर्षीय अतारा के रूप में पहचानी जाने वाली महिला को पेट में तेज दर्द हो रहा था. स्थानीय लोगों ने फोन किया और दो महीने की गर्भवती महिला के लिए चिकित्सा सहायता के लिए अधिकारियों से आग्रह किया. सेना के अनुसार, ‘‘24 नवंबर को 2100 बजे नाला में भारतीय सेना पोस्ट को स्थानीय लोगों से एक गर्भवती महिला (दो महीने) श्रीमती अतारा उम्र 30 साल पत्नी राशिद को तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए अनुरोध करने का अनुरोध मिला, जो गंभीर पेट दर्द से पीड़ित थी. नाला चौकी पर सेना की मेडिकल टीम ने जरूरी चीजों की जांच की और आपातकालीन निकासी की योजना बनाई.’’
इसमें आगे उल्लेख किया गया है कि ग्रामीणों ने इस महिला को सुमवाली से छोटाली तक एक स्ट्रेचर पर निकाला और इस बीच, 00-01-04 की एक पार्टी एक लेफ्टिनेंट वाहन के साथ पारो से छोटाली के लिए रवाना हुई. इसके बाद महिला को तोरना बटालियन की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) के साथ सेना के वाहन से छोटाली से पीएचसी बोनियार पहुंचाया गया.