कश्मीरः आतंक विरोधी अभियान के 20 दिन बाद किसान कर सकेंगे कृषि कार्य, हाईवे खुला

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 31-10-2021
कश्मीरः आतंक विरोधी अभियान के 20 दिन बाद किसान कर सकेंगे कृषि कार्य, हाईवे खुला
कश्मीरः आतंक विरोधी अभियान के 20 दिन बाद किसान कर सकेंगे कृषि कार्य, हाईवे खुला

 

जम्मू. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 11 अक्टूबर को सेना द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किए जाने के बीस दिन बाद रविवार को अधिकारियों ने पुंछ राजमार्ग पर भींबर-जरांवाली गली मार्ग को खोल दिया और किसानों को भी नियमित कृषि गतिविधियां करने की अनुमति दी. पुलिस ने कहा कि किसानों को सलाह दी गई है कि वे क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि को देखने के लिए रिपोर्ट करें.

जम्मू-कश्मीर के सबसे लंबे आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक 11 अक्टूबर को पुंछ में मेंढर तहसील के भट्टा दुरियन जंगल में शुरू किया गया था.

इस ऑपरेशन का क्षेत्र 14 अक्टूबर को राजौरी जिले के थानामंडी क्षेत्र तक बढ़ा दिया गया था, जिसमें दो जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) सहित नौ सैनिक शहीद हो गए थे और आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी और एक अन्य सैनिक घायल हो गए थे.

लगभग आधा दर्जन नागरिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. यह रिपोर्ट मिली थी कि उन्होंने छिपे हुए आतंकवादियों को भोजन और आश्रय प्रदान किया था.

सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी की चपेट में आने के डर से सेना और पुलिस ने स्थानीय लोगों से जंगल में नहीं जाने या मवेशियों को चराने की घोषणा नहीं की थी.

इस ऑपरेशन के दौरान भारी फायरिंग और सुरक्षा बलों द्वारा रॉकेट लॉन्चर के इस्तेमाल के कारण भट्टा दुरियन जंगल के एक हिस्से में आग लग गई थी.