बेंगलुरु. कर्नाटक पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी तालिब हुसैन के संबंध में बेंगलुरु पुलिस आयुक्त को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसे हाल ही में बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस सूत्रों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी है.
टीम ने जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग से तालिब हुसैन के संबंध में सारी जानकारी जुटा ली है. टीम ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें तालिब हुसैन, उसकी गतिविधियों और बेंगलुरु में नेटवर्क के खिलाफ मामलों का विवरण है.
रिपोर्ट में यह भी जानकारी है कि तालिब हुसैन कब और कैसे बेंगलुरु आया और बस गया. सूत्रों का कहना है कि उसके खिलाफ जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ थाने में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत मामले चल रहे हैं. टीम ने 2007-8 से उसके खिलाफ जांच पर भी इनपुट एकत्र किया है.
रिपोर्ट में तालिब हुसैन के बेंगलुरु में रहने, उसके किराए के घर, काम करने की जगह का विवरण दिया गया है. टीम ने ओकलीपुरम में मस्जिद का भी दौरा किया था जहां तालिब हुसैन ने शरण ली थी.
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त प्रताप रेड्डी ने आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को शहर में पनाह लेने वाले राष्ट्रविरोधी तत्वों का पता लगाने के लिए शहर में अतिरिक्त निगरानी रखने का निर्देश दिया है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के सशस्त्र बलों और कर्नाटक पुलिस ने संयुक्त अभियान में तालिब हुसैन को तीन जून को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था.
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और केंद्रीय सशस्त्र रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की प्लाटून ने स्थानीय बेंगलुरु पुलिस की मदद से संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया. आतंकी पिछले 3 साल से बेंगलुरु में छिपा था.
सवाल उठ रहे हैं कि तालिब हुसैन खुफिया एजेंसियों के रडार पर आए बिना 3 साल तक कैसे रह सकता है.