नई दिल्ली. जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष और भाकपा नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के विधायक जगनेश मेवानी आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सामने पार्टी की सदस्यता मिली. इससे पहले राहुल गांधी के साथ शहीद भगत सिंह पार्क में कन्हैया कुमार और गुजरात विधायक जगनेश मेवानी भी मौजूद थे.
दोनों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “हम इन युवा नेताओं कन्हैया कुमार और जगनेश मेवानी के साथ मिलकर देश में सत्तारूढ़ फासीवादी ताकतों को हराने की उम्मीद कर रहे हैं.”
कन्हैया कुमारः कन्हिया कुमार बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बेगूसराय लोकसभा सीट पर भी हाथ आजमाया. हालांकि, वह भाजपा नेता गिरि राज सिंह से 4 लाख रुपये के भारी अंतर से हार गए.
भूमिहार मतदाताओं की सबसे अधिक संख्या वाला निर्वाचन क्षेत्र बेगूसराय माना जाता है और कन्हैया कुमार भी भूमिहार जाति से आते हैं. इसलिए वह खुद को साबित करने में नाकाम रहे. फिर भी पार्टी का मानना है कि बिहार में एक नए चेहरे की जरूरत है.
एक छात्र नेता के रूप में उनके पास संगठनात्मक अनुभव है. बिहार कांग्रेस के नेताओं का समझना है कि कन्हैया के आने से पार्टी को फायदा होगा, क्योंकि कन्हैया उन्हीं मुद्दों और लड़ाई लड़ रहे हैं, जो कांग्रेस उठाती रही है.
जगनेश मेवानीः हार्दिक पटेल, अल्पैश ठाकुर और जगनेश मेवानी सभी ने 2017 के गुजरात चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. जबकि अल्पैश ठाकुर बीजेपी में शामिल हो गए. लेकिन जगनेश मेवानी ने कभी समझौता नहीं किया.
गुजरात में 7 प्रतिशत दलित हैं और 13 सीटें उनके लिए आरक्षित हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी ने ज्यादातर आरक्षित सीटों पर जीत हासिल की थी. उस समय जगनेश मेवानी अपनी सीट तक ही सीमित थे और कांग्रेस ने उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा था. लेकिन मेवानी के कांग्रेस में आने से तस्वीर बदल सकती है.