आवाज द वाॅयस / भोपाल
हिंदुस्तान के जाने-माने इस्लामिक विद्वान, मध्य प्रदेश के ग्रैंड मुफ्ती, अखिल भारतीय जमीयत उलेमा-ए-हिंद के उपाध्यक्ष, जामिया इस्लामिया अरबिया मस्जिद भोपाल के संस्थापक और मौलाना हुसैन अहमद मदनी के छात्र, मौलाना मुफ्ती अब्दुल रज्जाक खान कासमी का निधन हो गया.
गुरुवार दोपहर 2 बजे भोपाल के इकबाल मैदान में नमाज-ए-जनाजा पढ़ाया जाएगा. पालीवाल अस्पताल के पीछे स्थित कब्रिस्तान में उन्हें दफन किया जाएगा. विवरण के अनुसार, भारत के प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान वली कामिल और मुजाहिद आजादी मौलाना मुफ्ती अब्दुल रज्जाक खान कासमी का निधन हो गया है.
वह लंबे समय से बीमार थे. उन्होंने 1954 में भोपाल में मदरसा इस्लामिया अरबिया की स्थापना की थी. मुसलमानों के इस महान और ऐतिहासिक धार्मिक स्कूल की पूरे भारत में 200 से अधिक शाखाएँ हैं. जहां लाखों छात्र इस्लाम का अध्ययन करते हैं.
मुफ्ती अब्दुल रज्जाक खान कासमी, जिन्हें भारत में अमीर शरीयत के नाम से जाना जाता है, भारत सहित दुनिया भर में लाखों छात्र हैं. 13 अगस्त 1932 में जन्मे मुफ्ती रज्जाक मध्य प्रदेश के कई इस्लामी अदारों के भी सरपरस्त थे. उनपर भड़काउ बयान देने का भी आरोप लग चुका है.