जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सड़क हादसे के पीड़ित परिवार को पहुंचाई आर्थिक मदद

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 03-02-2022
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सड़क हादसे के पीड़ित परिवार को पहुंचाई आर्थिक मदद
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सड़क हादसे के पीड़ित परिवार को पहुंचाई आर्थिक मदद

 

आवाज-द वॉयस / कानपुर

जमीयत उलेमा-ए-शहर कानपुर के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना अमीन-उल-हक अब्दुल्ला कासमी के नेतृत्व में आज बीकन गंज पहुंचे, जहां वे सड़क हादसे के पीड़ित परिवार से मिले और संवेदना व्यक्त करने के बाद जमीयत उलेमा ने खेद व्यक्त किया.

मौलाना अमीन-उल-हक अब्दुल्ला कासमी ने इस अवसर पर परिवार से बात करते हुए कहा कि जमीयत उलेमा के सभी कार्यकर्ता और अधिकारी उनके दुख में शामिल हैं और वे इस दुर्घटना से बहुत दुखी हैं.

उन्होंने कहा कि यह दुनिया फानी है, यहां सभी को कुछ दिन रहना है और मृत्यु के बाद जीवन शाश्वत है. इसके बावजूद जब भी कोई दुनिया छोड़ता है, तो वह और स्वजन दुखी होते हैं. दुर्घटना में मृत्यु होना बहुत बड़ा दुख है. अब हमें अपने दिवंगत भाई को ज्यादा से ज्यादा इनाम देना चाहिए और अपने जीवन को ऐसा बनाने की सोचना चाहिए कि जब हम इस दुनिया को छोड़ दें, तो दूसरे लोग पछताएं और हम खुश रहें और अगले जन्म में शांति रहे.

साथ ही मौलाना ने परिवार को आश्वासन दिया कि जमीयत उलेमा किसी भी समय आपके साथ और किसी भी तरह के सहयोग और मदद के लिए तैयार है. जब भी आपको जमीयत को याद करने की जरूरत होगी, हम मौजूद रहेंगे. मौलाना ने नागरिक संघ की ओर से अरसलान के भाई को एक चंदा भी सौंपा.

वहीं मौलाना ने सड़क हादसे पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि बस चालक लंबे समय से नशे की हालत में बस चला रहा था, लेकिन पूरे रास्ते में कोई जिम्मेदार पुलिस या यातायात अधिकारी उसे रोकने के लिए मौजूद नहीं था. आखिर रात में शहर किसके हवाले कर दिया जाता है, कोई नहीं देखता कि शहर में क्या हो रहा है?

यह घटना शहर की स्थिति और क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती है. थानों व यातायात विभाग की जिम्मेदारी तय कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

इस मौके पर जमीयत उलेमा शहर कानपुर के अध्यक्ष डॉ. हलीमुल्लाह खान, मौलाना अंसार अहमद जामी, कारी अब्दुल मोईद चौधरी, कारी मुहम्मद गजली खान, सलाहकार अख्तर, काजी फैजान, आरिफ मुहम्मद खान मौजूद थे. मुहम्मद साद के अलावा और भी लोग थे.