नई दिल्ली. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के निर्देश पर दिल्ली और एनआरसी में रोहिंग्या शरणार्थियों के बीच कंबल, रजाई, चमड़े की जैकेट और राशन वितरित किया गया.
श्रमिक विहार में 99 परिवारों, खजूरी में 78 परिवारों, कालंदी कुंज में 57 परिवारों, फरीदाबाद में 35 परिवारों और आत्मनगर में 63 परिवारों को सामग्री वितरित की गई. गौरतलब है कि दिल्ली में भीषण ठंड और लॉकडाउन के चलते शरणार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद मानवीय आधार पर जरूरतमंदों की मदद करना जारी रखे हुए है. इसी तरह, धार्मिक शिक्षा बोर्ड, जमीयत उलेमा, दिल्ली के महासचिव कारी अब्दुल सामी ने जमीयत के बैनर तले बाहरी दिल्ली क्षेत्र में रजाई का वितरण किया है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के आयोजक मौलाना गयूर अहमद कासमी ने शुक्रवार को कहा कि रोहिंग्या दुनिया के सबसे उत्पीड़ित लोग हैं, उन्होंने हमारे देश में शरण ली है, जब तक वे यहां हैं, यह हमारी राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और धार्मिक जिम्मेदारी है कि उनकी मदद करें. इससे हमारे देश का नाम भी अच्छा होगा और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अल्लाह की खुशी मिलती है.
उन्होंने अन्य शुभचिंतकों और संगठनों से भी उनकी मदद के लिए आगे आने की अपील की.
हाजी मुहम्मद युसूफ नायब मौलाना आबिद कासमी दिल्ली प्रांत के जमीयत उलेमा के अध्यक्ष, दिल्ली प्रांत के जमीयत उलेमा के मौलाना इस्लामुद्दीन कासमी नाजिम-ए-अला, दिल्ली प्रांत के जमीयत उलेमा के अध्यक्ष, जमीयत उलेमा उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौलाना अखलाक कासमी नाजिम, मौलाना जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जियाउल्लाह कासमी आयोजक, कारी हारून असदी, हाजी मुहम्मद असद मियां खादिम अल-हज्जाज और जमीयत उलेमा के नाजिम नई दिल्ली, मौलाना तनवीर, हाजी मुहम्मद मुबाशीर, हाजी मुहम्मद आरिफ, मौलाना यासीन जाहजी, मौलाना इरफान कासमी और अन्य भी मौजूद थे.