वैक्सीन पर झिझक दूर करने को ‘जान है जहान है’ अभियान, मोख्तार अब्बास बोले- हज कमेटियां वक्फ बोर्ड आएं आगे

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 11-06-2021
वैक्सीन पर मुसलमानों की झिझक दूर करने को ‘जान है तो जहान है’ अभियान, मोख्तार अब्बास बोले- हज कमेटियां और वक्फ बोर्ड आएं आगे
वैक्सीन पर मुसलमानों की झिझक दूर करने को ‘जान है तो जहान है’ अभियान, मोख्तार अब्बास बोले- हज कमेटियां और वक्फ बोर्ड आएं आगे

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली/ मुंबई 
 
अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने वक्फ बोर्ड और हज कमेटियों से आहवान किया है कि कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर लोगों में मौजूद झिझक दूर करने को आगे आएं. उन्होंने इसके लिए ‘जान है तो जहान है’ अभियान भी शुरू किया है.
 
 
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के खिलाफ झिझक और गलतफहमी दूर करने के लिए अभियान चलाना जरूरी हो गया. और यह काम बगैर हज समितियों, वक्फ बोर्ड, केंद्रीय वक्फ परिषद और स्वयं सहायता समूहों जैसे सामाजिक और शैक्षिक संगठन के सहयोग से सफल नहीं हो सकता.
 
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को ‘जान है तो जहान है’ अभियान का आगाज किया.इस अभियान को सफल बनाने के लिए मौलवियों और एनजीओ के एक समूह की मदद ली जा रही है.
 
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि टीकाकरण के बारे में अफवाहों का मुकाबला करने के लिए, हज समितियों, वक्फ बोर्ड, सेंट्रल वक्फ काउंसिल और स्वयं सहायता समूहों जैसे सामाजिक और शैक्षिक संगठनों को ‘जान है तो जहान‘ से जोड़ना चाहिए. 
 
इस बीच, मुंबई के एक एनजीओ और मौलवियों ने शहर में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के बीच जागरूकता अभियान चलाने के लिए हाथ मिलाया है.एनजीओ ‘भामला फाउंडेशन‘ ने मुंबई में विभिन्न मस्जिद समितियों के मौलाना और मौलवियों को एक साथ लाया और उनसे झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया.
 
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एनजीओ और  मौलवियों की पहल की सराहना की है.समूह न केवल जागरूकता फैलाता है, लोगों के लिए टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करने की भी व्यवस्था करता है. समूह ने अपने अभियान की व्यवस्था करने के लिए एक युद्ध कक्ष स्थापित किया है.
 
भामला फाउंडेशन के अध्यक्ष, आसिफ भामला ने कहा, ‘‘इस पहल से मुस्लिम समुदाय में कोविड टीकाकरण के खिलाफ विश्वास पैदा होगा. कई लोग कुछ गलतफहमियों के कारण टीकाकरण के लिए जाने से हिचकिचाते हैं. इसलिए हमने मौलाना और मौलवियों को शामिल किया जो लोगों को समझा सकते हैं. 
 
मुसलमानों की झिझक दूर कर रहे हैं. अभियान में भाग लेने वाले मौलाना तबरेज ने कहा कि लोगों में कोविड वैक्सीन को लेकर कई तरह की भ्रांतियाँ हैं. कुछ का कहना है कि वे इसे लेने के बाद मर जाएंगे, जबकि अन्य साइड इफेक्ट के बारे में चिंतित हैं.
 
यहां तक कि नपुंसकता तक की बात कही जा रही है. इस गलत सूचना को दूर करने के लिए, हम टीकाकरण के लिए जागरूकता फैलाने को दो अलग-अलग पारियों में घर-घर जा रहे हैं. हमारे जागरूकता अभियान के बाद कई लोग खुद को टीका लगाने के लिए सहमत हुए हैं.
 
मौलाना तबरेज ने कहा कि समूह एक दिन में कम से कम 100 से 150 लोगों तक पहुंचने की कोशिश करता है. उल्लेखनीय है कि हाल में मुंबई से सबसे पहले कोविड वैक्सीन लगाने को लेकर मुसलमानों में गलफहमियों की खबर आई थी. यहां तक कि कई लोगांे ने हाजी अली दरगाह में वैक्सीन सेंटर स्थापित करने की मांग की थी. बाद में ऐसी शिकायतें देश के कई और हिस्से से मुसलमानों की तरफ से आई थीं.