नई दिल्ली. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा को सूचित किया कि जम्मू-कश्मीर में 2018 के बाद से घुसपैठ और आतंकवादी हमलों की घटनाओं में काफी कमी आई है.
एक लिखित उत्तर में, मंत्री ने 2018 के बाद से अनुमानित शुद्ध घुसपैठ और आतंकवादी घटनाओं के विवरण के बारे में डेटा साझा किया. उन्होंने बताया कि इस साल 31 अक्टूबर तक 28 घुसपैठ की घटनाएं, 2020 में 51, 2017 में 141 और 2018 में 143 की सूचना मिली थी. आंकड़ों में आगे उल्लेख किया गया है कि इस साल 21 नवंबर तक 200 आतंकवादी घटनाएं, 2020 में 244, 2019 में 255 और 2018 में 417 घटनाएं दर्ज की गईं.
मंत्री द्वारा अक्टूबर 2020 से अक्टूबर 2021 तक साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में कुल 251 आतंकवादी घटनाएं हुईं.
251 घटनाओं में से, इस साल अक्टूबर में कुल 37 आतंकवादी घटनाएं हुईं, इसके बाद सितंबर में 14, अगस्त में 36, जुलाई में 26, जून में 22 और मई में 13, अप्रैल में 12, मार्च में 11, फरवरी में सात घटनाएं हुईं. और जनवरी में आठ.
हालांकि, दिसंबर 2020 में कुल 28 आतंकवादी घटनाएं, नवंबर में 15 और अक्टूबर में 22 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गईं.
अक्टूबर 2020-अक्टूबर 2021 के दौरान जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा हताहतों की संख्या के संदर्भ में, आंकड़ों में यह संख्या 51 को छूने का उल्लेख है. इन हताहतों में से 32 का उल्लेख जम्मू और कश्मीर पुलिस के विज्ञापन 19 में विभिन्न सुरक्षा बलों के शहीदों के रूप में किया गया है. .
दिसंबर 2020 से नवंबर 2021 (26 नवंबर तक) के पिछले 12 महीनों के दौरान, आंकड़ों का उल्लेख है कि कुल 14 आतंकवादी पकड़े गए हैं और 165 आतंकवादी मारे गए हैं.
राय ने कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी. शर्मा ने पूछा था कि ‘क्या यह सच है कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकवादी हमलों की घटनाओं में और अक्टूबर 2020-अक्टूबर 2021 के दौरान आतंकवादी हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है.