जम्मू-कश्मीरः इंद्राणी बालन फाउंडेशन और भारतीय सेना ने खोला ‘परिवार स्कूल’

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 10-10-2021
जम्मू-कश्मीरः इंद्राणी बालन फाउंडेशन और भारतीय सेना ने खोला ‘परिवार स्कूल’
जम्मू-कश्मीरः इंद्राणी बालन फाउंडेशन और भारतीय सेना ने खोला ‘परिवार स्कूल’

 

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में इंद्राणी बालन फाउंडेशन और भारतीय सेना द्वारा एक और पहल करते हुए ‘परिवार स्कूल’ नाम से एक नया स्कूल खोला है. सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने सेना की डैग्गर डीविजन और इंद्राणी बालन फाउंडेशन पुणे के संयुक्त प्रयासों द्वारा स्थापित विशेष बच्चों के लिए ‘परिवार स्कूल’ का उद्घाटन किया.

जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि हाल ही में घाटी में गैर मुस्लिमों की हत्या सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश कहा हिस्सा हैं. आम कश्मीरी अवाम को चाहिए कि वह इंसानियत, इस्लाम और कश्मीर के दुश्मन तत्वों को बेनकाब करे.

पत्रकारों से बातचीत में कोर कमांडर ने कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या की किसी भी मजहब में इजाजत नहीं है. हाल ही में जिस तरह से आतंकियो ने गैर मुस्लिमों को चिन्हित कर कत्ल किया है, वह उनके वास्तविक मंसूबों को बेनकाब करता है. उनका मकसद यहां विभिन्न वर्गो के बीच तनाव पैदा करना है, अल्पसंख्यकों में डर पैदा कर उन्हें कश्मीर से खदेड़ना है ताकि पूरे देश मे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो.

उन्होंने कहा कि कश्मीर में अब अवाम को अपने मजहब की दीवारों से ऊपर उठकर, एकजुट होकर कश्मीर और कश्मीरियत को बदनाम कर रहे तत्वों को बेनकाब करना चाहिए. मेरे लिए हिंदु, मुस्लिम सिख  में कोई फर्क नहीं है. इन सभी को मिलकर एकजुट होकर हिंसक तत्वों को बेनकाब करना होगा.

जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि कश्मीर में हालात लगातार सुधार हो रहा है, लोग अब आतंकियों और अलगाववादियों के एजेंडे के खिलाफ हो चुके हैं. स्थानीय युवा अब राष्ट्रनिर्माण की गतिविधियों में भाग ले रहे हैं. इससे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी सरगना पूरी तरह हताश हो चुके हैं. कश्मीरी अवाम के दुश्मन नहीं चाहते कि यहां शाति,सुरक्षा और तरक्की का माहौल बना रहे. इसलिए वह वादी में हालात बिगाड़ने के लिए हर संभव साजिश कर रहे हैं.

चिनार कॉर्प्स वर्तमान में कश्मीर में ढाई दर्जन गुडविल स्कूल चलाती है, जो हर साल 10000 से अधिक छात्रों को शिक्षित करते हैं. इन प्रतिष्ठित संस्थानों से अब तक लगभग 1 लाख छात्र उत्तीर्ण हुए हैं.

भारतीय सेना की चिनार कोर ने पुणे स्थित इंद्राणी बालन फाउंडेशन के साथ कश्मीर घाटी के युवाओं को बेहतर शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है. इसी के तहत यह स्कूल खोला गया है.

इंद्राणी बालन फाउंडेशन के ट्रस्टी पुनीत बालन ने कहा कि यह फाउंडेशन के लिए मील का पत्थर है.

इंद्राणी बालन फाउंडेशन बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में उरी, वेन, त्रेहगाम और हाजिनार के चार सद्भावना स्कूलों को वित्तपोषित करेगा. फाउंडेशन बारामूला में विशेष रूप से विकलांग बच्चों के लिए परिवार स्कूल सोसाइटी के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण भी करेगा.