इस साल गर्मियों में भारत आ सकते हैं इजरायली पीएमः राजदूत श्लीन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 16-06-2022
इस साल गर्मियों में भारत आ सकते हैं इजरायली पीएमः राजदूत श्लीन
इस साल गर्मियों में भारत आ सकते हैं इजरायली पीएमः राजदूत श्लीन

 

नई दिल्ली. इजरायल के अंतरराष्ट्रीय विकास केंद्र, माशाव के प्रमुख राजदूत इनात श्लीन ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट इस साल के अंत में भारत का दौरा कर सकते हैं, लेकिन अंतिम तिथियां अभी तय नहीं की गई हैं.

राजदूत इनात श्लीन ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री बेनेट बहुत रुचि रखते हैं और भारत आने के इच्छुक हैं. उम्मीद है, अगर सब कुछ ठीक रहा, तो शायद वह इस गर्मी में कुछ समय यहां होंगे. हम तारीख निर्धारित नहीं कर सकते, क्योंकि कुछ राजनीतिक मुद्दे उन्हें यरूशलेम के करीब रखे हुए हैं. हालांकि, वह इजरायल और भारत के बीच संबंधों के बारे में दृढ़ता से महसूस करते है और मुझे पता है कि वह यहां यात्रा करने के लिए उत्सुक हैं.’’

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इजरायल के पीएम भारत की बहुत प्रशंसा करते हैं और वह दोनों देशों के बीच रणनीतिक गठजोड़ के बड़े महत्व को भी देखते हैं.

इससे पहले, इजरायल के प्रधानमंत्री अप्रैल में भारत आने वाले थे, लेकिन कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद इसे स्थगित कर दिया गया था.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन 13 से 16 जुलाई तक पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल के पीएम और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ आई2-यू2 समूह के एक आभासी शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे.

इससे पहले, इजरायल के दूत ने आई2-यू2 समूह के बारे में भी बात की और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण पहल है और मध्य पूर्व और दुनिया में नई गतिशीलता को दर्शाता है.

इनात श्लीन ने बताया, ‘‘मेरा मानना है कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है. मुझे लगता है कि यह मध्य पूर्व और दुनिया में नई गतिशीलता, नए गठबंधनों के निर्माण और वैश्विक समस्याओं से निपटने के लिए, ये देश कैसे एक साथ आ सकते हैं.’’

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ये चार देश बढ़ते मुद्दों के समाधान की पेशकश करने के लिए एक साथ आ सकते हैं. श्लीन का यह भी मानना है कि आई2-यू2 देश अपने गुणों से बदलाव ला सकते हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘इजरायल कई वर्षों से अमेरिका का एक अच्छा और करीबी सहयोगी रहा है. भारत इजरायल का एक मजबूत रणनीतिक साझेदार है. और संयुक्त अरब अमीरात, ऐतिहासिक अब्राहमिक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से इजरायल का एक बहुत मजबूत भागीदार और सहयोगी बन रहा है. ये चार साझेदार एक साथ आवष्यक परिवर्तन लाने के लिए अपने अद्वितीय गुणों को का इस्तेमाल कर सकते हैं.’’