खुफिया एजेंसियों ने विदेशी स्थानों से ट्रैक किए सैटेलाइट फोन कॉल्स

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 16-09-2021
खुफिया एजेंसियों ने विदेशी स्थानों से ट्रैक किए सैटेलाइट फोन कॉल्स
खुफिया एजेंसियों ने विदेशी स्थानों से ट्रैक किए सैटेलाइट फोन कॉल्स

 

बेंगलुरु. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने तटीय जिलों के घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में संदिग्ध आतंकी गतिविधियों का पता लगाने के बाद कर्नाटक के 225 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया है.

सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने कारवार, दक्षिण कन्नड़ और चिकमगलूर जिलों में कई स्थानों से कॉल किए जाने का पता लगाया है, जो आतंकवादी और नक्सल गतिविधियों के लिए लंबे समय से खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैं.

संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जिलों के पहाड़ी और घने वन क्षेत्रों को शेल्टरों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, पिछले सप्ताह कर्नाटक में इन स्थानों पर विदेशी स्थानों से कॉल किए गए थे.

कॉल लोकेशन को ट्रैक किया जा रहा है और जांच से पता चला है कि कॉल नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के मंसूबों को अंजाम देने के लिए की जा रही हैं. सूत्र इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या इन जगहों पर स्लीपर सेल विदेशी तत्वों द्वारा सक्रिय किए जा रहे हैं.

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में चेतावनी दी है कि श्रीलंका के कम से कम 12 संदिग्ध आईएस आतंकवादी मछुआरों की आड़ में राज्य के तटीय जिलों में घुस आए हैं. इसी को देखते हुए तटीय क्षेत्रों में रेड अलर्ट की घोषणा की गई है.

सूत्रों का कहना है कि ये कॉल संदिग्ध आतंकियों की ओर से किए गए थे. यह भी संदेह है कि ये कॉल कर्नाटक के स्लीपर सेल से किए गए थे. खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि संदिग्ध आतंकवादी थुरया सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं जो 2012 से भारत में प्रतिबंधित हैं.

खुफिया एजेंसियों ने पिछले महीने कर्नाटक और केरल में कई जगहों पर छापेमारी की थी. उन्होंने आतंकवादियों से संबंध रखने और भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के आरोप में दो लोगों को हिरासत में भी लिया था.

मोहम्मद अहमद सिद्दीबप्पा उर्फ यासीन भटकल आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का संस्थापक नेता था. उसे राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) की मोस्ट वांटेड सूची में भी सूचीबद्ध किया गया था और वह कर्नाटक के तटीय शहर भटकल का रहने वाला था.