ये देश है वीर जवानों काः सैनिकों ने ने माइनस टेम्परेचर में मनाई लोहड़ी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 13-01-2022
ये देश है वीर जवानों का
ये देश है वीर जवानों का

 

बारामूला. भारतीय सेना के जवानों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा के साथ ठंड की ऊंचाई पर आकर्षक पंजाबी नंबरों की धुन पर नाचकर लोहड़ी मनाई.

लोहड़ी हर साल 13 जनवरी को मनाई जाती है. लोहड़ी को मकर संक्रांति का पूर्व संध्या पर्व भी कहा जाता है.

लोहड़ी का त्योहार फसलों की कटाई के मौसम को चिह्नित करता है, क्योंकि सर्दी का मौसम समाप्त होता है और वसंत ऋतु की शुरुआत होती है.

लोहड़ी हर साल 13 जनवरी को मनाई जाती है. यह सर्दियों के मौसम के गुजरने का प्रतीक है.

मान्यताओं के अनुसार, लोहड़ी में सर्दी बीतने से पहले सबसे लंबी रात होती है और इसके बाद साल का सबसे छोटा दिन होता है जिसे हिंदू चंद्र कैलेंडर में माघ के नाम से जाना जाता है.

किवदंती के अनुसार, एक मुगल बादशाही की पंजाब में एक ब्राह्मण की दो बेटियों सुंदरी-मुंदरी पर नजर थी. तब दुल्ला भट्टी नामक के रणबांकुरे ने अपनी देख-देख में बादशाह की मर्जी के खिलाफ इन बेटियों का जंगल में रात्रि के दौरान अलाव जलाकर उसकी रोशनी में सुयोग्य वरों से विवाह संपन्न करवाया था.

इसी लिए लोहड़ी पर दुल्ला भट्टी की शान में लोकगीत भी गाए जाते हैं.