भारत ने यूक्रेन में फंसी पाकिस्तानी छात्रा को बचाया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-03-2022
पाकिस्तान की अस्मा शफीक, जिन्हें भारतीय अधिकारियों ने बचाया था
पाकिस्तान की अस्मा शफीक, जिन्हें भारतीय अधिकारियों ने बचाया था

 

कीव. रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच युद्ध प्रभावित देश में फंसे एक पाकिस्तानी छात्र को भारतीय अधिकारियों ने बचा लिया. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की अस्मा शफीक, जिसे भारतीय अधिकारियों ने बचाया था, अब पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते में देश से बाहर निकालने के लिए है.

सूत्रों ने कहा कि वह जल्द ही अपने परिवार के साथ फिर से मिल जाएंगी. भारतीय अधिकारियों द्वारा उसे बचाने के बाद, शफीक ने कीव में भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया.

‘‘मैं कीव के भारतीय दूतावास को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उसने यहां हर तरह से हमारा समर्थन किया, क्योंकि हम एक बहुत ही कठिन स्थिति में फंस गए थे और मैं भारत के प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने हमारा समर्थन किया. आशा है कि हम भारतीय दूतावास की वजह से सुरक्षित घर पहुंच जाएंगे.’’

यह पहली बार नहीं है, जब किसी विदेशी नागरिक को भारत ने बचाया है. इससे पहले, भारत ने विदेश मंत्रालय के अनुसार, एक बांग्लादेशी नागरिक को निकाला था, जिसने बाद में यह भी सूचित किया था कि ऑपरेशन गंगा के तहत एक भारतीय उड़ान में एक नेपाली नागरिक सवार होगा.

द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अधिकारियों द्वारा यूक्रेन से निकाले गए पहले नेपाली नागरिक रोशन झा ने भी उनके समर्थन के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था.

बाद में, काठमांडू में भारतीय दूतावास ने सूचित किया था कि भारत सरकार द्वारा पोलैंड से सात और नेपालियों को निकाला जा रहा है. इस बीच, विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि उसने यूक्रेन के सूमी से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया है.

यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को छुड़ाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत अब तक करीब 18हजार भारतीयों को विशेष उड़ानों से वापस लाया जा चुका है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यूक्रेन के पड़ोसी देशों से विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा सुसेवा से 2विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा 410भारतीयों को मंगलवार को वापस लाया गया.

इसके साथ ही 22 फरवरी, 2022 से शुरू हुई विशेष उड़ानों के जरिए करीब 18,000 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है.