राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
अफगानिस्तान में बदली हुई स्थितियों के मद्देनजर भारत वहां फंसे हुए अपने नागरिकों को देश में लाने के लिए तेजी से सक्रिय है. अब तक सैकड़ों भारतीयों को सुरक्षित एयर लिफ्ट किया जा चुका है. इतना ही नहीं, भारत अन्य देशों के नागरिकों को भी वहां से निकालने में सहयोग कर रहा है. अब लेबनान ने अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए अभार जताया है.
भारत का पूरा फोकस इस बात पर है कि किसी तरह अफगानिस्तान के बदले हुए हालात में भारतीयों को वहां से सुरक्षित वापस लाया जाए.
भारत अपने नागरिकों के साथ अन्य देशों के नागरिकों की सुरक्षित निकासी में सहयोग करके अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्यों और मानवता का निर्वहन कर रहा है.
भारत के इस मानवीय सहयोग को देखते हुए हाल ही में श्रीलंका की सरकार ने भी भारत से आग्रह किया है कि अफगानिस्तान से श्रीलंका के नागरिकों की निकासी के लिए भारत सरकार सहयोग करे.
अब मुस्लिम राष्ट्र लेबनान के विदेश मामलों और प्रवासियों के मंत्रालय ने अपने नागरिक को निकालने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है.
लेबनान के विदेश मामलों और प्रवासियों के मंत्रालय ने अरबी भाषा में किए गए अपने ट्वीट में कहा है, “विदेश मंत्रालय और प्रवासियों ने अफगानिस्तान की कठिन परिस्थितियों में लेबनानी नागरिक और एक कंपनी ट्रेम्पलिन के लिए काम करने वाले मुहम्मद खत्ताब को निकालने के अथक प्रयासों के लिए भारत के मैत्रीपूर्ण राष्ट्र का धन्यवाद और आभार व्यक्त करता है.”
١)تعرب وزارة الخارجية والمغتربين عن شكرها وإمتنانها لدولة الهند الصديقة على الجهود الحثيثة التي قامت بها في ظل الظروف الصعبة التي تمر بها أفغانستان من أجل إجلاء المواطن اللبناني محمد خطاب الذي يعمل في شركة تريمبلين Trempplin التابعة لشركة أوريكل Oracle الهندية في أفغانستان
— Mofa Lebanon (@Mofalebanon) August 22, 2021
इस आशय की जानकारी केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अपने एक ट्वीट में दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “अफगानिस्तान में भारत ने बचाई विदेशी नागरिक की जान, लेबनान के विदेश मंत्रायल ने दिया धन्यवाद.”
अफगानिस्तान में भारत ने बचाई विदेशी नागरिक की जान, लेबनान के विदेश मंत्रायल ने दिया धन्यवादhttps://t.co/ZlG31V9C0T
via NaMo App pic.twitter.com/ZRgiJ7yDYR— Rao Inderjit Singh (@Rao_InderjitS) August 23, 2021
सैकड़ों भारतीयों के साथ अन्य विदेशियों की भी निकासी
ताजा खबर है कि अफगानिस्तान से निकाले गए भारतीयों का दूसरा जत्था आज दिल्ली पहुंच गया. इनमें 146भारतीय शामिल हैं. रविवार को काबुल से विमान के जरिए निकाला गया और फिर उन्हें दोहा के रास्ते दिल्ली लाया गया. इससे पहले सैकड़ों भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है.
इससे पहले रविवार को भारतीय एयरफोर्स का विमान 135लोगों को लेकर वतन लौटा था.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से दुनिया के तमाम देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकाल रहे हैं.
इसी कड़ी में भारत भी वहां से लोगों को लाने में जुटा हुआ है और अब तक वह अपने सैकड़ों की सुरक्षित स्वदेश वापसी सुनिश्चित कर चुका है.
भारत ने दो अफगानी सांसदों को और दो नेपाली लोगों को भी एयर लिफ्ट किया है. इन्हें अफगानिस्तान से निकालकर ताजिकिस्तान की राजधानी ले जाया गया था.
ये अफगान सांसद अनारकली होनारयार और नरेंद्र सिंह खालसा भी भारत लौटे हैं.
भारत लौटने पर नरेंद्र सिंह खालसा ने कहा, भारत हमारा दूसरा घर है. अगर हम भारत में रहते हैं, तो लोग हमें हिंदुस्तानी कहते हैं. उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाने के लिए भारत को धन्यवाद कहा.
जब खालसा से अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में पूछा गया, तो वह अपना आंसू रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा, अफगानिस्तान छोड़ना काफी दुखद और कष्टभरा फैसला था.
सुरक्षित वापसी में ऐसे कई देश सहयोग कर रहे हैं, जिनके भारत से मैत्रीपूर्ण संबंध हैं.
भारत को ईराक और अन्य मिशन में नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने का व्यापक अनुभव है.
भारत अपने विश्वनीय राजनय और लॉजिस्टिक सपोर्ट के आधार पर अफगानिस्तान में नागरिकों की निकासी कर रहा है.
मीडिया सूत्रों का कहना है कि एयरपोर्ट जाते समय कुछ भारतीयों को काबुल में तालिबान लड़ाकों ने रोका और वे तहकीकात करने लगे, लेकिन जब लड़ाकों के कमांडर को पता लगा कि वे सब भारतीय हैं, तो कमांडर ने कहा कि “भारतीयों को जाने दो.”
मीडिया सूत्र बताते हैं कि इससे स्पष्ट है कि तालिबान कमांडरों को निर्देश हैं कि भारतीयों को न रोका जाए, लेकिन लड़ाकों के स्तर पर यह निर्देश स्पष्ट न होने के कारण कई स्थानों पर भारतीयों को काबुल में दिक्कतें भी पेश आ रही हैं.