दुनिया के लिए भारत फार्मेसी है, कोरोना वैक्सीन से करोड़ों लोगों की जान बचाई, मोदी दावोस शिखर सम्मेलन में

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 17-01-2022
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

 

नई दिल्ली. भारत ने ‘एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य’ दृष्टि के तहत कई देशों को टीके और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति करके कोविड-19 महामारी के दौरान करोड़ों लोगों की जान बचाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत अब दुनिया की फार्मेसी है और दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा फार्मा-उत्पादक है.

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा में सोमवार को वर्चुअली संबोधन में पीएम मोदी ने ‘दुनिया की स्थिति’ पर कहा, ‘कोरोना काल में, हमने देखा है कि भारत किस तरह ‘एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य’ के दृष्टिकोण पर चलते हुए कई देशों को आवश्यक दवाएं, टीके देकर करोड़ों लोगों की जान बचा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा उत्पादक है, दुनिया के लिए फार्मेसी है.’

प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है. ‘भारत में 50 लाख से अधिक सॉफ्टवेयर डेवलपर काम कर रहे हैं.’

उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भारत दुनिया में यूनिकॉर्न की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है, उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीनों में 10,000 से अधिक स्टार्ट-अप पंजीकृत किए गए हैं.

पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा दे रहा है और सरकारी हस्तक्षेप को कम कर रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत ने कॉरपोरेट टैक्स की दरों को कम करके, इसे दुनिया में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है. पिछले साल ही, हमने 25,000 से अधिक अनुपालन कम किए हैं.’

दुनिया से भारत में निवेश करने का आग्रह करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि ‘उद्यमिता की भावना, जो भारतीयों में नई तकनीक को अपनाने की क्षमता रखती है, हमारे प्रत्येक वैश्विक साझेदार को नई ऊर्जा दे सकती है.’

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का दावोस एजेंडा 17-21 जनवरी तक जारी रहेगा. कार्यक्रम को कई राष्ट्राध्यक्ष संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के शीर्ष नेताओं, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और नागरिक समाज की भागीदारी भी देखने को मिलेगी, जो आज दुनिया के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे और चर्चा करेंगे कि उन्हें कैसे संबोधित किया जाए.