सेराज अनवर / पटना
ईरान के रूहानी पेशवा अली खामनेई के नुमाइंदे मौलाना सैयद अलीजादा ने इस्लामी दुनिया में बिखराव पर बेचैनी का इजहार किया है. साथ ही भारत को बेहतरीन मुल्क करार दिया है. ईरानी दूतावास का एक प्रतिनिधिमंडल इनदिनों बिहार दौरे पर है. बुधवार का प्रतिनिधिमंडल का पटना स्थित दीवान शाह अरजानी खानकाह में गर्मजोशी से स्वागत किया गया.
प्रतिनिधिमंडल में कौन हैं
ईरान के रूहानी पेशवा अली खामनेई के नुमाइंदा मौलाना सैयद अलीजादा,ईरानी दूतावास के प्रवक्ता मौलाना सादिक हुसैन,मौलाना आरिफ और मदरसा सुलेमानिया पटना सिटी के प्राचार्य मौलाना अमानत हुसैन प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं.
प्रतिनिधिमंडल का पटना के प्राचीन खानकाहों में से एक दीवान शाह अरजानी में आगमन हुआ. खानकाह के सज्जादानशीं डॉ. सैयद शाह हुसैन ने प्रतिनिधिमंडल का जोरदार स्वागत किया. इनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया.
क्या बोले खामनेई के नुमाइंदे ?
मौलाना सैयद अलीजादा ने कहा की इस कदीम खानकाह में आकर बेहद खुशी हो रही है.हमारी यहां जो इज्जत अफजाई की गई इसके लिए सज्जादानशीं डॉ.सैयद हुसैन अहमद का शुक्रिया अदा करता हूं.अलीजादा ने इस्लामी दुनिया में मची अफरा-तफरी पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान का हाल यह है कि वहां मुसलमान,मुसलमान को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं.
जबकि हिंदुस्तान में विभिन्न प्रकार के लोग मिलजुल कर जिंदगी गुजार रहे हैं.उन्होंने कहा कि हमें पैगंबर मोहम्मद के अखलाक को दूसरों तक पहुंचाना चाहिए.मौलाना सैयद अलीजादा ने कहा कि हम सिर्फ इत्तेहाद का नारा लगाते हैं, मगर दिल से एकता नहीं चाहते.
उन्होंने आलम ए इस्लाम में सबसे बड़ी कमी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हम आपसी इत्तिहाद से बहुत दूर हैं.हालात हमें जोड़ने की दावत देता है.यदि हम एक हो गए तो सभी समस्याओं का समाधान निकल जाएगा.इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रेहान गनी,एसएम शमीम रिजवी आदि मौजूद थे.