India is a secular nation, minorities are most safe in this country: Kiren Rijiju
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और अल्पसंख्यक इस देश में सर्वाधिक सुरक्षित हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि बहुसंख्यक हिंदू के कारण अल्पसंख्यकों को पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा प्राप्त है.
‘पीटीआई वीडियो’ को दिए एक साक्षात्कार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसा एक भी मामला नहीं मिला है जहां अल्पसंख्यक समुदाय का कोई सदस्य देश में किसी भी चीज से वंचित होने के कारण भारत से पलायन करने की इच्छा रखता हो.
उन्होंने ‘कांग्रेस पार्टी समर्थित वामपंथी पारिस्थितिकी तंत्र’ पर आरोप लगाया कि वह लगातार यह अभियान चलाने में लिप्त है कि अल्पसंख्यकों को ‘‘भारत में प्रताड़ित किया जा रहा है, उनका कत्लेआम किया जा रहा है, उनकी पीट-पीटकर हत्या की जा रही है और वे सुरक्षित नहीं हैं.’’
उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देश के लिए मददगार नहीं हैं.
अपने पूर्ववर्ती मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर जिसमें उन्होंने मंत्री रहते हुए कहा था कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है, रीजीजू ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां ‘‘लोग कानून का पालन करते हैं, हम धर्मनिरपेक्ष हैं, हमारा एक संविधान है, और इसलिए चाहे बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक, सभी समान हैं.’’
रीजीजू ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ के मुख्यालय में कहा, ‘‘अब यह कहने के बाद, मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि जो कुछ बहुसंख्यक समुदाय को मिलता है, अल्पसंख्यक समुदायों को भी मिलता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो अल्पसंख्यकों को तो मिलती हैं, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को नहीं मिलतीं.’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘अगर आप इतिहास को संक्षेप में देखें, तो चीनी कब्जे के कारण तिब्बत में कुछ समस्याएँ थीं और तिब्बती भारत आ गए। म्यांमा में कुछ लोकतांत्रिक आंदोलन और समस्याएं थीं और लोकतांत्रिक कार्यकर्ता भारत आए। श्रीलंका में कुछ समस्याएं थीं, श्रीलंकाई तमिल भारत आए। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ, वे सभी भारत आए। पाकिस्तान और अफगानिस्तान से (कई लोग भारत आए).
उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार वे सभी भारत में शरण लेना चाहते हैं क्योंकि उन्हें भारत के संविधान और भारत के लोगों पर भरोसा है. इसीलिए वे यहां आते हैं.