भारत ने फंसे छात्रों के लिए रूस और यूक्रेन से जताई चिंता

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
भारत ने फंसे छात्रों के लिए रूस और यूक्रेन से जताई चिंता
भारत ने फंसे छात्रों के लिए रूस और यूक्रेन से जताई चिंता

 

नई दिल्ली. यूक्रेन संकट के बाद सूमी में फंसे भारतीय छात्रों पर चिंता जताते हुए, भारत सरकार ने शनिवार को कहा कि उसने हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चौनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों से आग्रह किया है.

विदेश मंत्रालय, मंत्रालय और दूतावास के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची के अनुसार, छात्रों के साथ नियमित रूप से संपर्क में हैं और उन्हें सुरक्षा सावधानी बरतने की सलाह दी है. अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम सूमी, यूक्रेन में भारतीय छात्रों के बारे में बहुत चिंतित हैं. हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चौनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर जोरदार दबाव डाला है.’’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अपने छात्रों को सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी है. मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों के साथ नियमित संपर्क में हैं.’’

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि हमारी पहली यात्रा सलाह जारी होने के बाद से 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं. उन्होंने उल्लेख किया कि भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान सहित अगले 24 घंटों के लिए सोलह उड़ानें निर्धारित हैं.

जबकि यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह सूमी शहर से सैकड़ों विदेशी छात्रों को निकालने के लिए अपनी क्षमता से सब कुछ कर रहा है.

मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम सूमी शहर से सैकड़ों विदेशी छात्रों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. अंधाधुंध रूसी गोलाबारी के कारण सूमी अब मानवीय तबाही के कगार पर है. यूक्रेन लोगों को बचाने और सुरक्षित करने की पूरी कोशिश कर रहा है.’’

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, नागरिकों को निकालने और भोजन और दवाओं की डिलीवरी के लिए मानवीय गलियारों की स्थापना के लिए यूक्रेन के मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों में सात घंटे का संघर्ष विराम शुरू हो गया है.

यूक्रेन मीडिया के कीव इंडिपेंडेंट ने ट्वीट किया, ‘‘मानवीय गलियारों को स्थापित करने के लिए मारियुपोल और वोल्नोवाखा में अस्थायी युद्धविराम शुरू हुआ. गलियारे नागरिकों को निकालने और उन शहरों में भोजन और दवा पहुंचाने का काम करेंगे, जिन्हें दुनिया से काट दिया गया है.’’

मीडिया आउटलेट ने बताया कि युद्धविराम मारियुपोल के 440,000 लोगों और वोल्नोवाखा के 21,000 लोगों को निकालने में मदद करेगा.

‘‘संघर्षविराम की घोषणा आज सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के लिए की गई है. नागरिकों की निकासी सुबह 11 बजे से शुरू होगी, 440,000 लोगों में से, और 21,000 लोगों में से वोल्नोवाखा, बड़े पैमाने पर पानी, गर्मी और बिजली काट दिया गया है.’’

कीव के वार्ताकारों में से एक ने कहा कि यूक्रेन-रूस संकट के बीच अब एक सप्ताह से अधिक समय से यूक्रेन रूसी अधिकारियों के साथ तीसरे दौर की वार्ता आयोजित करने की योजना बना रहा है ताकि इस सप्ताह के अंत में मास्को के आक्रमण से शुरू हुई लड़ाई को समाप्त करने का प्रयास किया जा सके.