भारत ने म्यांमार में तख्तापलट पर जताई चिंता, लोकतंत्र बहाल करने का आग्रह

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 01-02-2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सूची. भारत ने चीन द्वारा म्यांमार में तख्तापलट करने चिंता व्यक्त की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सूची. भारत ने चीन द्वारा म्यांमार में तख्तापलट करने चिंता व्यक्त की है.

 

 

नई दिल्ली. भारत ने म्यांमार में तख्तापलट की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए पड़ोसी देश से लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल करने का आग्रह किया है. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है. भारत सदा से ही म्यांमार में लोकतांत्रिक व्यवस्था का पक्षधर रहा है.

गौरतलब है कि 8नवंबर, 2020को म्यांमार में आम चुनाव हुए थे और स्टेट काउंसलर आंग सान सूची की पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को 322सीटें मिली थीं, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त थीं. सेना ने इस चुनाव को फर्जी बताते हुए राष्ट्रपति और चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शिकायत भी दर्ज कराई थी. हालांकि चुनाव आयोग ने सेना के इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था.

इसके बाद सेना ने कार्रवाई की धमकी दी थी और सोमवार को जो कुछ भी हुआ, वह इसी का परिणाम है.

बहरहाल, दो महीने पहले जो आम चुनाव हुआ था, वह 2011के बाद से दूसरा आम चुनाव था और इसके साथ ही देश में सैन्य शासन का अंत हो गया था.

सोमवार को राष्ट्रपति और स्टेट काउंसलर आंग सान सूची समेत कई वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद सेना ने देश को अपने नियंत्रण में ले लिया है और एक साल के लिए आपातकाल लगा दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताह ही न्यूज एजेंसियों ने इस आशय की जानकारी दी थी कि म्यांमार के अंदरूनी हालात पर चीन के नियंत्रण के मद्देनजर वहां तख्तापलट हो सकता है.