नई दिल्ली, (एएनआई). भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग (एचजेसी) की 7 अप्रैल को तीसरी बैठक से पहले, दोनों देशों के बीच एक वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक (एसओएम) बुधवार को उनकी समीक्षा करने के लिए आयोजित की गई, जिसमें तेल और गैस, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी - ओआईए) संजय भट्टाचार्य और बहरीन के विदेश मंत्रालय के अवर सचिव डॉ. शेख अब्दुल्ला बिन अल खलीफा द्वारा की गई थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा, “दोनों पक्षों ने अपने मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर प्रकाश डाला और क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला का विस्तार किया, जो कोविड-19 स्थिति को संभालने में दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट सहयोग में भी परिलक्षित हुआ.”
दोनों पक्षों ने तेल और गैस, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, अक्षय ऊर्जा, अंतरिक्ष, आईटी, मानव संसाधन, शिक्षा और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनके सहयोग की समीक्षा की.
7 अप्रैल को नई दिल्ली में होने वाली तीसरी भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और बहरीन के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जायनी सह-अध्यक्षता करेंगे.