नाकुला में भारत और चीन की भिड़ंत, 20 चीनी सैनिक घायल

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 25-01-2021
अब नाकुला में भिड़े भारत और चीन के सैनिक (फाइल फोटो)
अब नाकुला में भिड़े भारत और चीन के सैनिक (फाइल फोटो)

 

 

नई दिल्ली. उत्तरी सिक्किम के नाकुला में भारतीय और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए. ये झड़प पिछले हफ्ते हुई और इसमें कई सैनिक घायल हो गए हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस झड़प में चीन के 20 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं. एक सरकारी सूत्र ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. नाकुला, पिछले साल मई की शुरूआत से दोनों देशों के बीच पैंगॉन्ग सो, गलवान, गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स के अलावा गतिरोध का एक और स्थान है.

सरकारी सूत्र ने कहा कि झड़प तीन दिन पहले हुई थी. यह तब हुआ, जब दोनों देशों की सरकार और सेना 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद को सुलझाने के लिए वार्ता के अगले दौर की तैयारी कर रही थी.

भारत और चीन के जवानों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ताजा झड़प तीन दिन पहले सिक्किम के नाकुला में हुई, जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी.

चीन के कुछ सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में बढ़ने की कोशिश की. सीमा पर तैनात भारतीय सेना के चौकस जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें रोक दिया. अब इसे लेकर भारतीय सेना ने बयान जारी किया है.

भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा, ‘यह स्पष्ट किया जाता है कि 20 जनवरी को सिक्किम के नाकुला में भारतीय सेना और चीन के पीएलए सैनिकों के बीच मामूली झड़प हुई थी. इसे स्थानीय कमांडरों द्वारा स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार हल कर लिया गया था.’

चीन के 20 सैनिक घायल

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस झड़प में भारतीय सेना के चार जवान जबकि चीन के 20 सैनिक घायल हो गए हैं. भारतीय जवानों ने न केवल चीन के मंसूबों पर पानी फेर दिया, बल्कि पीएलए के सैनिकों को भी खदेड़ दिया. फिलहाल सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण लेकिन स्थिर है.

भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय क्षेत्र के साथ सभी प्वॉइंट पर मौसम की स्थिति खराब होने के बावजूद कड़ी चौकसी बरती जा रही है.

सोमवार रात तक चली वार्ता

उधर, सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन ने 16घंटे लंबी मैराथन सैन्य वार्ता आयोजित की, जो सोमवार रात 2 बजे समाप्त हुई.

पिछले दो महीने में हुई अंतिम वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच नौवीं कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता मोल्दो मीटिंग प्वॉइंट पर हुई.

लेह स्थित मुख्यालय 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजी के. मेनन ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. बैठक में भारत ने विवादित क्षेत्रों को पूरी तरह स्वतंत्र करने और सुरक्षा बलों को वापस बुलाने की मांग की.

गलवान घाटी में दोनों पक्षों के बीच पिछले साल 15 जून को हुई हिंसा में भारत ने अपने 20 सैनिकों को खो दिया था, जबकि मरने वाले चीनी सैनिकों की संख्या अज्ञात है.