आवाज द वाॅयस नई दिल्ली
गंगा-जामनी सभ्यता की नगरी भोपाल शहर में रहमत, आशीर्वाद और पापों से मुक्ति का पवित्र महीने का केवल मुसलमानों को ही नहीं अन्य भाइयों को भी इंतजार है. रमजान के पवित्र महीने में यहां बड़े पैमाने पर अक्सर इफ्तार और सेहरी का आयोजन किया जाता है.
हर साल की तरह इस साल भी रमजान के महीने के आगमन पर इफ्तार और सहर कैलेंडर भोपाल बौद्ध धाम मंदिर से जारी किया गया, ताकि मुस्लिम भाई-बहनों को किसी तरह की परेशानी न हो. आम तौर से पवित्र महीने में इफ्तार और सेहरी के समय को लेकर रोजेदारों को कठिनाई आती है. विशेष कर उन्हें जिनका घर मंस्जिदों से दूर है.
भोपाल बौद्ध भूमि के कार्यवाहक और मध्य प्रदेश सर्व धर्म सद् भावना मंच के महासचिव शाक्य पातर भांते सागर का कहना है कि रमजान का महीना पवित्र है. इस पवित्र महीने में भगवान अपने सेवकों पर अपनी विशेष कृपा करते हैं.
ऐसे मौके पर हम अपने पड़ोसी की सेवा करते. इससे ईश्वर प्रसन्न होते हैं. सेवा में अच्छाई और कुछ नहीं. सर्व धर्म सद्भावना मंच पहले भी रमजान के पवित्र महीने में कैलेंडर जारी करता रहा है. हमने पिछले दो रमजान कोरोना के कारण प्रतिबंधों के तहत बिताए थे, लेकिन इस बार मालिक की कृपा है कि सब कुछ ठीक है.
कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. हमें भी सावधानी के साथ इबादत करनी है. यह कैलेंडर मुस्लिम धर्म गुरुओं की देखरेख में तैयार किया गया है.उन्होंने कहा, मुहम्मद साहब का संदेश केवल मुसलमानों के लिए नहीं ,बल्कि पूरी मानवता के लिए है.
सर्व धर्म सद्भावना के प्रयास केवल यहीं तक सीमित नहीं है, हमने बच्चों को दूध उपलब्ध कराने के लिए अच्छाई की दीवार के साथ जनता फ्रिज भी स्थापित किया है, जहां से वे अपने जरूरतमंद बच्चों के लिए मुफ्त दूध लेते हैं.