गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में दिया नया नारा-सब का विकास, सब का कल्याण

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 06-10-2022
गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में दिया नया नारा-सब का विकास, सब का कल्याण
गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में दिया नया नारा-सब का विकास, सब का कल्याण

 

आवाज द वॉयस/जम्मू 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी 3 दिवसीय जम्मू- कश्मीर यात्रा स्पष्ट संदेश के साथ समाप्त किया. अमित शाह ने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सब का विकास से इतर नारा दिया-सबका विकास, सबका कल्याण.
 
शाह ने जम्मू में श्री माता वैष्णो देवी मंदिर, श्रीनगर में छत्तीपादशाई गुरुद्वारे का दौरा किया. उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में अजान (नमाज के लिए कॉल) सुनते ही अपना भाषण रोक दिया और अपनी बुलेटप्रूफ जैकेट हटा दी.
 
उनके इशारे इस बात का संकेत थे कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और भारत की बहुलवादी और मिश्रित संस्कृति में विश्वास करती है.
 
केंद्रीय गृह मंत्री ने राजौरी में गुर्जरों, बकरवालों और पहाड़ियों को आश्वासन दिया कि भेदभाव का युग समाप्त हो गया है. उन्हें जल्द ही नौकरियों और अन्य क्षेत्रों में उनका उचित हिस्सा मिलेगा.
 
उन्होंने श्रीनगर में सिखों और जम्मू में राजपूत सभा के सदस्यों से यह संदेश देने के लिए मुलाकात की कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश के प्रत्येक नागरिक के साथ समान व्यवहार करती है.
 
अजान सुनने के बाद भाषण को रोकने के उनके हावभाव से यह बात सामने आई कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और जो गलतफहमियां पैदा की गई हैं वे एक मिथक के अलावा और कुछ नहीं हैं.
 
उन्होंने एक शहीद पुलिसकर्मी मुदासिर शेख की कब्र पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने शहीद के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. उन्हें आश्वासन दिया कि हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. पूरा देश उनके साथ खड़ा है. 
 
मुदासिर ने इस साल मई में बारामूला में आतंकवाद विरोधी अभियान में तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी.शाह ने अपनी यात्रा को यह दोहराते हुए समाप्त किया कि पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी और सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि वे हिमालयी क्षेत्र से आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया करें.
 
 उन्होंने घोषणा की कि मतदाता सूची को अंतिम रूप देते ही केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे.उन्होंने कहा कि केंद्र केवल कश्मीर के लोगों से बात करेगा और किसी से नहीं.
 
शाह ने गुमराह स्थानीय युवाओं से हथियार डालने और राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल होने और मौत के बजाय जीवन को चुनने का आग्रह किया.गृह मंत्री ने कश्मीर में 2000 करोड़ रुपये और जम्मू क्षेत्र में 1900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया.
 
शाह ने एक स्पष्ट संदेश भेजा कि जम्मू-कश्मीर केंद्र के लिए प्राथमिकता है और तीन राजनीतिक दलों के नेता, जिन्होंने 70 वर्षों तक जम्मू-कश्मीर पर शासन किया, अब नई दिल्ली के लिए शर्तों को निर्धारित नहीं कर सकते हैं, न ही वे जम्मू-कश्मीर के भोले-भाले लोगों को धोखा दे सकते हैं. समय बदल गया है.
 
उन्होंने कश्मीर को आतंकवादी स्थल से ष्पर्यटन स्थल में बदलने को पीएम मोदी के नेतृत्व वाले शासन की प्रमुख उपलब्धियों में से एक करार दिया. लोगों को आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर पीएम मोदी के नेतृत्व में फलता-फूलता रहेगा.
 
केंद्रीय गृह मंत्री जम्मू-कश्मीर में लोगों को यह बताने आए थे कि सरकार उनकी जरूरतों से अवगत है. उनके सभी प्रयासों में उनके साथ खड़ी है.उनका यह दावा कि लैपटॉप ने पत्थरों की जगह ले ली है. कश्मीर में स्ट्राइक कल्चर खत्म हो गया है. 
 
उन्होंने शहीदों के प्रति प्रतिबद्धता पहली बार नहीं दिखाई है. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री कश्मीर में शहीद पुलिसकर्मी मुदासिर शेख के परिवार से मिले थे.