गुवाहाटी. पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार और पार्टी के वरिष्ठ नेता हिमंत बिस्वा सरमा असम के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले उन्हें रविवार को नवनिर्वाचित विधायकों द्वारा भाजपा विधायक दल के नेता चुना गया. असम में लगातार दूसरी बार भगवा पार्टी सत्ता में लौटी है. 52 वर्षीय नेता को असम विधानसभा परिसर में आयोजित बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, जहां निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पार्टी के चार केंद्रीय पर्यवेक्षक मौजूद थे.
सरमा के नाम की घोषणा करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा का नाम भाजपा के विधायक दल के नेता के रूप में प्रस्तावित किया और अन्य लोगों ने इसका समर्थन किया.
तोमर के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, भाजपा महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा भी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में शामिल हुए.
2001 से पांचवीं बार जलकुबरी विधानसभा सीट से चुने गए सरमा सोनोवाल सरकार में महत्वपूर्ण मंत्री रहे. रविवार की गुवाहाटी बैठक दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आवास पर तीन दौर की बैठकों के बाद हुई, जिसमें निवर्तमान असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, सरमा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष उपस्थित थे.
दिल्ली की बैठक चार घंटे से अधिक समय तक चली.
सोनोवाल कांग्रेस - विरोधी नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हैं, उन्होंने विधानसभा चुनावों में भाजपा का नेतृत्व किया.
126 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा ने 60 सीटें जीतीं, जबकि उसके सहयोगी असोम गण परिषद (एजीपी) को नौ सीटें और नई सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने छह सीटें हासिल कीं.