रंगों का त्योहार होली पर हर तरफ फैली खुशियां, पीएम मोदी ने दी बधाई

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
हर्षोल्लास एवं रंगों के त्योहार होली पर हर तरफ फैली खुशियां, पीएम मोदी ने दी बधाई
हर्षोल्लास एवं रंगों के त्योहार होली पर हर तरफ फैली खुशियां, पीएम मोदी ने दी बधाई

 

 
आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
 
खुशियों एवं रंगों का त्योहार होली शुरू हो गया. सुबह होते ही बच्चे रंगों की पिचकारी लेकर सड़कों पर आ गए. इस बार इंदौर जेल में कैदियों के बीच हर्बल रंगों से होली खेलने की तैयारी है. हर्षोल्लास और भाईचारे के इस त्योहार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत वासियों को बधाई दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को होली के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और कामना की कि यह त्योहार लोगों के जीवन में खुशियों का हर रंग लाए. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं. आपसी प्रेम, स्नेह और भाईचारे का प्रतीक रंगों का यह त्यौहार आपके जीवन में खुशियों के हर रंग लेकर आए.‘‘
 
वसंत के मौसम की शुरुआत को चिह्नित करते हुए, होली रंगों का त्योहार है, जो खुशी और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. भले ही होली मुख्य रूप से हिंदू त्योहार है, पर यह अन्य धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है. यह देश में वसंत फसल के मौसम के आगमन का प्रतीक है.
 

लोग ‘होली है‘ के नारे लगाते हुए मिठाइयां, ठंडाई और रंगीन पाउडर, पानी और गुब्बारों के छींटे मारकर त्योहार मनाते हैं. आज सुबह होते ही सबसे पहले बच्चे रंग लेकर सड़कों पर उतर आए, जबकि बड़ों ने रंग बिखेरने की शुरू अपने घर से की. जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा होली का रंग भी गहराता जाएगा.
इंदौर सेंट्रल जेल की महिला कैदी हर्बल रंग से खेलेंगी होली

उधर, मध्य प्रदेश के इंदौर सेंट्रल जेल की महिला कैदी इस होली में फलों, सब्जियों और फूलों से हर्बल रंग बना कर एक दूसरे को लगाने की तैयारी कर रही है. उन्हांेने जेल में रह कर ही यह नया कौशल सीखा है.
इंदौर सेंट्रल जेल की  कैदी साक्षी ने बताया, ‘‘हम यहां जेल में विभिन्न कौशल सीखते हैं.
 
हमने पालक के पत्तों, गुलाब की पंखुड़ियों, गेंदा के फूल आदि से हर्बल रंग बनाए हैं. ये त्वचा के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं हैं, लेकिन वास्तव में फायदेमंद हैं. हमने अन्य कौशल भी सीखे हैं जैसे कि इलेक्ट्रीशियन का काम, कार-सेवा आदि जो जेल से बाहर होने पर हमारे लिए मददगार होंगे.‘‘
 
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने कहा, ‘‘यह पहली बार है जब हमने कैदियों को फूलों, सब्जियों और फलों से हर्बल होली के रंग बनाने के लिए कहा है. महिला कैदियों को एक एनजीओ द्वारा कुछ दिनों के लिए प्रशिक्षित किया गया और वे अब इसे बनाकर आज इसमें सराबोर होंगी. इस हर्बल रंग को जेल के बाहर भी बेचने के लिए भेजा गया है.‘ इसके लिए जेल प्रशासन द्वारा कैदियों को कच्चा माल उपलब्ध कराया गया.
 

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