हामिद अंसारी ने असहिष्णुता के बाद अब मानवाधिकार स्थिति पर जताई चिंता

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-01-2022
हामिद अंसारी
हामिद अंसारी

 

नई दिल्ली. पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और चार अमेरिकी सांसदों ने बुधवार को भारत में मानवाधिकारों की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की.

सीनेटर एड मार्के ने कहा, ‘ऐसा माहौल बनाया गया है, जहां भेदभाव और हिंसा जड़ें बना सकती हैं.

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में, हमने ऑनलाइन अभद्र भाषा में वृद्धि देखी है. इनमें मस्जिदों में तोड़फोड़, गिरजाघरों को जलाना और सांप्रदायिक हिंसा शामिल हैं.

डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर मार्के का भारत विरोधी रुख अपनाने का इतिहास रहा है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते का भी विरोध किया.

मार्के ने इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल द्वारा आयोजित एक पैनल चर्चा में यह टिप्पणी की. भारत से डिजिटल रूप से बहस में भाग लेते हुए, पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी ने भी हिंदू राष्ट्रवाद की बढ़ती प्रवृत्ति पर अपनी चिंता व्यक्त की.

अंसारी ने आरोप लगाया, ‘हाल के वर्षों में, हमने ऐसे रुझानों और प्रथाओं का उदय देखा है, जो नागरिक राष्ट्रवाद की अच्छी तरह से स्थापित विचारधारा को विवादास्पद बनाते हैं और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की एक नई और काल्पनिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं. यह नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर विभाजित करना चाहता है. असहिष्णुता को बढ़ावा देता है और अशांति और असुरक्षा को बढ़ावा देता है.

तीन सांसदों, जिम मैकगवर्न, एंडी लियोन और जेमी रस्किन ने भी बहस में हिस्सा लिया. रस्किन ने कहा, ‘भारत में धार्मिक तानाशाही और भेदभाव के मुद्दे पर बहुत सारे मुद्दे हैं.’

इसलिए, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत धार्मिक स्वतंत्रता, स्वतंत्रता, बहुलवाद, सहिष्णुता और सभी के लिए मतभेद के सम्मान के पथ पर जारी रहे. लेविन ने कहा, ‘आज, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र विनाश, मानवाधिकारों के हनन और धार्मिक राष्ट्रवाद के उदय को देख रहा है.  

भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मैकगवर्न, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के मानवाधिकार आयोग के सह-अध्यक्ष, टॉम लैंटोस ने कई चेतावनी संकेत जारी किए हैं, जो मानव अधिकारों के ‘खतरनाक गिरावट’ की ओर इशारा करते हैं. भारत में भारत सरकार और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोपों से इनकार किया है.